वायनाड, संवादपत्र :केरल के वायनाड जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मंगलवार सुबह-सुबह कई जगहों पर हुई भूस्खलन हुआ हैं। जिसमें सैकड़ों लोगों के दबे होने की आशंका हैं। अधिकारियों के मुताबिक, भूस्खलन से मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव प्रभावित हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि भूस्खलन की वजह से अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं मरने वालों में एक बच्चा भी शामिल है। प्रधान मंत्री ने हादसे को लेकर दुख जताते हुए अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। मृतक के निकटतम परिजन के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 मुआवजा देना का ऐलान किया है।
वायनाड की जिलाधिकारी मेघाश्री डी आर ने बताया कि प्रभावित इलाकों में आपदा राहत कार्य चल रहा है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, पुलिस तथा वन, दमकल विभाग, राजस्व एवं स्थानीय स्वशासित विभाग बचाव अभियान संचालित कर रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि भूस्खलन की चपेट में अभी तक 70 लोगों के घायल होने की सुचना है। भारी बारिश की वजह से रात में करीब एक बजे मुंडक्कई टाउन में पहला भूस्खलन हुआ। मुंडक्कई में बचाव अभियान चल ही रहा था, तभी सुबह 4 बजे के आसपास चूरल माला में एक स्कूल के पास दूसरा भूस्खलन हो गया। स्कूल और आस-पास के घरों और दुकानों में भूस्खलन का शिकार हो गए।
जारी किया आपातकालीन सहायता नंबर
केरल मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया है कि उनके द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। सीएमओ ने कहा कि हेल्थ डिपार्टमेंट- नेशनल हेल्थ मिशन ने कंट्रोल रूम खोल दिया है और आपातकालीन सहायता के लिए दो नंबर जारी किए हैं। जो 9656938689 और 8086010833 हैं। वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर एमआई-17 और एक एएलएच लोगों को रेस्कयू कर रहे हैं।
मलबे में दबे सैकड़ों लोग: केएसडीएमए
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि लोगों को रेस्कयू करने के लिए दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें पूरी तरह से एक्टिव हैं। भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में तैनात है। प्रभावित इलाकों में सैकड़ों लोगों की भूस्खलन के मलबे में दबे होने की जानकारी मिली है। अधिकारियों के मुताबिक लगातार हो रही बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है।