पटना। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में पुलिस द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर फल विक्रेताओं को अपनी दुकानों पर नाम लिखने के लिए कहे जाने में उन्हें ‘‘कुछ भी गलत नहीं’’ लगता है। मांझी उत्तर प्रदेश पुलिस के उस विवादास्पद निर्देश के बारे में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे, जिसकी विपक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) सहित कुछ भाजपा सहयोगियों ने आलोचना की है।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख मांझी ने कहा, ‘‘मैं अन्य दलों के संबंध में तो नहीं कह सकता, लेकिन मुझे इस तरह के आदेश में कुछ भी गलत नहीं लगता। अगर कारोबार से जुड़े लोगों से उनके नाम और पते प्रमुखता से प्रदर्शित करने के लिए कहा जाए तो इसमें क्या नुकसान है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में, इस तरह नाम लिखा होने से खरीदारों के लिए पसंदीदा दुकान ढूंढना आसान हो जाता है। इस घटना को धर्म के चश्मे से देखना गलत है।’’
इस मुद्दे पर मांझी का रुख बिहार के दूसरे दलित नेता चिराग पासवान से अलग है। हाल में पासवान ने कहा कि वे इस निर्देश से असहमत हैं। उनका कहना था, ‘‘जातिवाद और सांप्रदायिकता ने देश को किसी भी चीज से ज्यादा नुकसान पहुंचाया है।’’ विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस के निर्देश का उद्देश्य तीर्थयात्रा के मौसम में मुस्लिम फल विक्रेताओं को व्यवसाय करने से हतोत्साहित करना है।