उन्नाव, संवादपत्र । नगर प्रशासन की उदासीनता के चलते स्वच्छ भारत अभियान के बावजूद उन्नाव शहर के छोटा चौराहा के पास लोकनगर रोड पर पूरे-पूरे दिन कूड़े का ढेर जमा रहता है। गोवंश सहित अन्य पशु कूड़े में भोजन तलाशते हुए गंदगी पूरी रोड पर फैलाते रहते है।
इससे स्थानीय लोगों के साथ यहां से गुजरने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन दिनों हल्की बारिश होते ही कूड़े के ढेर से उठने वाली दुर्गंध सभी का सांस लेना दुश्वार किए रहती है।
उन्नाव शहर के वार्ड नंबर-10 जवाहर नगर में एबीनगर व अब्बासबाग वार्डों के सफाई कर्मचारी भी दिन में सफाई कर निकलने वाला कूड़ा छोटा चौराहा के पास लोकनगर में एकत्र करते है। इस स्थान को पालिका कूड़ाघर भले बताती है, लेकिन कूड़ाघर के नाम पर कोई निर्माण नहीं कराया गया है।
सुबह होते ही विभिन्न वार्डों के सफाई कर्मचारी एकत्र होने वाली गंदगी यहां लाकर डंप करना शुरू कर देते हैं। यह सिलसिला दोपहर 12 बजे के बाद तक जारी रहता है। वहीं शाम चार बजे के आसपास पालिका का भारी वाहन कूड़ा उठाने पहुंचता है। लगभग पूरे-पूरे दिन एकत्र रहने वाले कूड़े में भोजन तलाशते हुए गोवंश सहित अन्य पशु पूरे रास्ते पर गंदगी फैलाते रहते है। वहीं सुबह से शाम तक कूड़ा एकत्र रहने से आसपास रहने वालों का बुरा हाल रहता है।
सुबह और दोपहर के समय शहर में संचालित विभिन्न विद्यालयों के बच्चों का यहां से आवागमन होता है। वहीं शहर के जाम में फंसने से बचने के लिए हरदोई रोड पर आबाद विभिन्न कस्बों व गांवों से शहर और कानपुर आवागमन करने वाले यहीं से गुजरते हैं। सड़क पर बेतरतीब बिखरा कूड़ा और पशुओं के जमावड़े की वजह से सभी राहगीरों को काफी दिक्कत होती है।
इन स्थानों का भी है यही हाल
नगर पालिका परिषद ने आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के बावजूद अब तक शहर के किसी वार्ड में कूड़ा घर नहीं बनवाया है। इससे लोकनगर रोड ही नहीं शहर से गुजरने वाले लखनऊ-कानपुर मार्ग पर भी जीजीआईसी के सामने व जिला अस्पताल सहित विभिन्न स्थानों पर इसी तरह असुरक्षित कूड़ा घर संचालित हैं। इसी तरह न्याय भवन के गेट नंबर-एक व लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस के बगल में ही कूड़ा एकत्र रहता है।