उन्नाव में तीन दिनों में बीमारी होने से मचा हड़कंप
उन्नाव, संवाद पत्र। सोहरामऊ क्षेत्र में डिप्थीरिया बीमारी के फैल रहे प्रकोप से लोगों में दहशत है। चर्चा है कि इसकी चपेट में आकर तीन बच्चों की मौत हो चुकी है और कई बच्चे संक्रमित हुए थे। जो इलाज के बाद अब स्वस्थ हैं। डब्लूएचओ की निगरानी में सीएचसी की टीम गांव में घर-घर जाकर जांच करने में जुटी है।
सोहरामऊ क्षेत्र के सतगुर खेड़ा गांव निवासी एक व्यक्ति की छह वर्षीय बेटी के गले में खरास बुखार व खांसी की शिकायत पर परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। सुधार न होने पर उसे सोमवार को लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया। जहां से उसे केजीएमयू भेजा गया।
गुरुवार की दोपहर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। वहीं बजेहरा गांव निवासी एक व्यक्ति अपनी बेटी 12 वर्षीय बेटी को बुखार व गले में तकलीफ होने पर सात अगस्त को नवाबगंज सीएचसी लाया गया था। जहां से उसे जिला अस्पताल भेजा गया। वहां जांच में उसे डिप्थीरिया की पुष्टि हुई तो उसे कानपुर के हैलेट अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां उसकी आठ अगस्त को मौत हो गई थी।
वहीं, सहरावां गांव के मजरा दरियारखेड़ा निवासी एक व्यक्ति की सात वर्षीय को बेटी बुखार व गले में सूजन व खांसी आने पर वह निजी डॉक्टर से इलाज करा रहा था। जहां से उसे सरस्वती मेडिकल कालेज लाया गया। उसकी जांच में भी डिप्थीरिया की पुष्टि होने पर उसे भी केजीएमयू रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस सूचना पर असोहा सीएचसी की स्वास्थ्य टीम गांव पहुंची और अन्य संक्रमित बच्चों में एक मृतका के बड़े भाई समेत अन्य बच्चों को जिला अस्पताल भेजा गया। जहां से सभी स्वस्थ होकर घर आ गए।
इसके अलावा उमर्रा गांव निवासी चार वर्षीय बच्चे का भी केजीएमयू में इलाज चल रहा है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजेश ने बताया कि बजेहरा गांव से भी एक मरीज इलाज के लिए आई थी। जिसे जिला अस्पताल भेजा गया था। वहां से उसे कानपुर के हैलेट अस्पताल भेजा गया। जहां उसकी मौत हुई है। सीएमओ डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया कि टीम भेजी गई है। जो जांच कर रिपोर्ट देगी।