मुंबई। सरकार के वायदा एवं विकल्प पर प्रतिभूति लेनदेन कर बढ़ाने के प्रस्ताव के बाद बुधवार को शुरुआती कारोबार में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। विदेशी पूंजी निकासी और वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख ने भी घरेलू बाजारों के लिए परेशानी खड़ी की।
बीएसई का 30 शेयर वाला सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 233.7 अंक गिरकर 80,195.34 अंक पर आ गया। वहीं एनएसई निफ्टी 73.45 अंक फिसलकर 24,405.60 अंक पर रहा। सेंसेक्स में सूचीबद्ध कंपनियों में से हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर में तीन प्रतिशत की गिरावट आई। बजाज फाइनेंस, नेस्ले, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा और अदाणी पोर्ट्स के शेयर भी नुकसान में रहे।
हालांकि, आईटीसी, टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा और एनटीपीसी के शेयर को मुनाफा हुआ। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट फायदे में रहा। अमेरिकी बाजार मंगलवार को नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में मंगलवार को बिकवाल रहे और शुद्ध रूप से 2,975.31 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर खरीदे।