स्वार, संवादपत्र । धनौरी के प्रधान पद के लिए हुए उपचुनाव में शोभा मौर्य ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी पूर्व प्रधान पूनम मौर्य को 374 मतों से हराकर प्रधान पद के लिए जीत दर्ज कर ली। जीत का समाचार सुनकर समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। रिटर्निंग आफिसर ने जीत का प्रमाण पत्र दिया। पुलिस सुरक्षा में विजयी प्रधान को गांव स्थित आवास पर पहुंचाया। ग्रामीणों ने फूल मालाएं पहनाकर प्रधान का स्वागत किया।
तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत धनौरी के प्रधानी के चुनाव में पूनम मौर्य प्रधान बनी थीं। जिस पर उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी शोभा मौर्य ने प्रशासन से की गई शिकायत में शिक्षामित्र रहते हुए चुनाव जीतने का आरोप लगाया था। प्रशासन ने जांच के दौरान पूनम मौर्य का चुनाव शून्य घोषित कर प्रधान पद का उप चुनाव कराने की घोषणा की थी। 6 अगस्त को गांव में मतदान हुआ था। 8 अगस्त को ब्लॉक सभागार में मतगणना होनी थी। मतगणना शुरू होने से पूर्व पूनम मौर्य ने हाईकोर्ट का निर्णय प्रशासन को दिखाया। जिस पर प्रशासन ने हाईकोर्ट की अग्रिम कार्रवाई तक मतगणना पर रोक लगा दी थी। जिससे ग्रमीणों में मायूसी छा गई थी।
गुरुवार को जिलाधिकारी व निर्वाचन अधिकारी जोगिन्दर सिंह ने राज्य निर्वाचन आयोग लखनऊ द्वारा ग्राम पंचायत धनौरी के प्रधान पद के परिणाम पर रोक हटाकर मतगणना कराने के निर्देश दिये थे। शुक्रवार को खंड विकास सभागार में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में उपजिलाधिकारी अमन देओल, पुलिस क्षेत्राधिकारी अतुल कुमार पांडे, कोतवाल संदीप त्यागी की निगरानी में मतगणना शुरू हुई। जिसमें अंत में शोभा मौर्य को 1242 मत एवं उनकी निकटतम प्रतिद्वंद पूर्व प्रधान पूनम मौर्य को 868 मत प्राप्त हुए।
इस प्रकार शोभा मौर्य ने 374 मतों से चुनाव जीत लिया ओर प्रधान पद पर काबिज हो गईं। शोभा मौर्य की जीत की सूचना से समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। वहीं रिटर्निंग आफिसर वीरेंद्र सिंह कुशवाहा ने नव निर्वाचित महिला प्रधान शोभा मौर्य को जीत का प्रमाण पत्र दिया। बाद में पुलिस सुरक्षा में नव निर्वाचित प्रधान को गांव स्थित आवास पर ले जाया गया। नव निर्वाचित प्रधान के घर पहुंचने पर भारी संख्या में ग्रामीणों ने फूल मालाएं पहना कर जोरदार स्वागत किया।
सुबह से ही लोगों का पहुंचना हो गया था शुरू
धनौरी गांव में हुए उपचुनाव को हाईकोर्ट के आदेश पर मतगणना के लिए रोक लगा दी गई थी। गुरुवार को मतगणना होने के आदेश जारी हो गए थे। जिसके बाद समर्थकों में खुशी की लहर छा गई थी। उसी के चलते शुक्रवार से सुबह से ही दोनों पक्षों के प्रत्याशियों का जुटना शुरू हो गया था। जहां ग्रामीण पल-पल की जानकारी लेते रहे। परिणाम घोषित होने के बाद जहां एक पक्ष में खुशी छा गई,तो दूसरे पक्ष शांति के साथ हार के बाद वहां से चला गया।