संवाद पत्र । पितृ पक्ष 2024 चल रहा है और इस दौरान के कई सारे नियम हैं जिनका पालन पूरी सख्ती के साथ किया जाता है. अगर आपने ध्यान दिया हो तो आप पाएंगे कि पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध का जो भोजन है उसे ब्राह्मणों में बांटा जाता है. इसके अलावा इसे गाय या कौए में भी बांटते हैं. क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों करते हैं।
Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष को हिंदू धर्म में खास महत्व दिया गया है. 16 दिनों तक चलने वाले पितृ पक्ष में पूर्वजों के नाम का पाठ किया जाता है और उनकी आत्मा की शांति के लिए पूजा की जाती है. ये 16 दिन कोई भी शुभ कार्य करने से बचा जाता है. आपने ध्यान दिया होगा कि पितृ पक्ष के दौरान पिंड दान और तर्पण के बाद प्रसाद जब बांटते हैं तो उसमें गाय, कौओं और कुत्तों को प्राथमिकता दी जाती है. इसके अलावा ब्राह्मणों को भी खाना खिलाया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों किया जाता है. पौराणिक कथाओं पर किताबें लिखने वाले मशहूर लेखक अक्षत गुप्ता ने इसपर प्रकाश डाला है और इसके पीछे की वजह बताई है।
क्यों पितृ पक्ष में जानवरों को बांटते हैं प्रसाद
ऐसी मान्यता है कि श्राद्ध के दौरान यमराज जितने भी मृतक हैं उन्हें पृथ्वी पर अपने परिवार से मिलने जाने की अनुमति देते हैं. तो आपके पूर्वजों की आत्मा श्राद्ध के वक्त आपके घर आपसे मिलने के लिए आती है. अगर वो आत्माएं कोई शरीर रूप धारण कर के आती हैं तो ये माना जाता है कि वे आपसे मिलने आपके घर के दरवाजे पर जरूर आएंगे. वे किसी भी रूप में आ सकते हैं. वे पशु-पक्षी अथवा इंसान का शरीर धारण कर के आ सकते हैं. ऐसे में इन 16 दिनों का महत्व और भी बढ़ जाता है. बता रहे हैं कि किन-किन रूप में आपके पूर्वज धरती लोक में वापिस आए हैं और उन तक आप कैसे भोजन पहुंचा सकते हैं।
अलग-अलग लोगों में बांटते हैं
लेखक अक्षत गुप्ता की मानें तो आपके पूर्वजों की आत्माएं अलग-अलग माध्यम से आप तक पहुंच सकती हैं. अगर वे इंसान रूप में आए हैं तो ब्राह्मणों में इसे बांटा जाता है. अगर वे पक्षी के रूप में आए हैं तो इसके लिए कौए को भोजन खिलाया जाता है ताकि पूर्वजों तक पहुंच सके. अगर वे किसी साकाहारी जीव में प्रवेश किए हैं तो गाय को प्रसाद खिलाया जाता है ताकि पूर्वजों तक प्रसाद पहुंच जाए।।
पितृ पक्ष में अभी कितने दिन शेष
साल 2024 की बात करें तो 27 सितंबर को श्राद्ध का दसवां दिन है. इस दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनका निधन हिंदू पंचांग के दसवें दिन हुआ है. 2024 के पितृ पक्ष की शुरुआत 17 सितंबर से हो गई थी और इस साल ये 2 अक्टूबर तक चलेगा. हर साल पितृ पक्ष की अवधि 16 दिनों की ही होती है. इन 16 दिनों में 10वें दिन का श्राद्ध आज यानी 27 अक्टूबर गुरुवार को है. वहीं अभी श्राद्ध के 5 दिन और शेष बचे हैं. 2 अक्टूबर 2024 को श्राद्ध की अंतिम तिथि होगी. इसके अगले ही दिन से नवरात्रि का पर्व शुरू हो जाएगा।