नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन उतार-चढ़ाव भरा रहा है। देश के नाम अब तक तीन ब्रॉन्ज मेडल आ चुके हैं। इस बीच सभी देशवासियों की निगाहें गोल्ड मेडल के लिए नीरज चोपड़ा पर टिकी हुई है। टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर इतिहास रचने वाले नीरज से उनके गांव-परिवार, और पूरे देश को इस बार भी दमदार प्रदर्शन की उम्मीद है।
नीरज चोपड़ा 6 अगस्त को होने वाले क्वालीफाई मैच के बाद 8 अगस्त को देश की झोली में गोल्ड मेडल डालने के लिए जी-जान से कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ये स्टार जैवलिन थ्रोअर पेरिस पहुंच चुका है और वहां अपनी तैयारियों को और पुख्ता करने के लिए काम कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, नीरज 7 से 8 घंटे लगातार अभ्यास कर रहे हैं।
नीरज के पिता ने बताया कि टोक्यो ओलंपिक से बेहतर तैयारी तो है लेकिन पेरिस ओलंपिक का दबाव अधिक है। गोल्डन ब्वाय के पिता सतीश चोपड़ा ने कहा, “इस बार भी नीरज से बहुत उम्मीद है। देशवासियों के प्यार और आशीर्वाद से नीरज अच्छा प्रदर्शन करेगा। वो कोच व फिजियोथेरेपी की निगरानी में कड़ा अभ्यास कर रहा है। जब भी हमारी उससे बात होती है तो उसका एक ही कहना है कि देश के लिए मेडल जरूर जीतूंगा।”
नीरज के चाचा समेत उनका पूरा परिवार 6 अगस्त को क्वालिफिकेशन मैच और 8 अगस्त के फाइनल मैच को लेकर बहुत उत्साहित है। मैच देखने के लिए जोर शोर से तैयारी चल रही है।
नीरज के चाचा भीम चोपड़ा ने बताया कि पिछली बार की तरह इस बार भी आसपास के गांव के लोग मैच देखने आएंगे जिसकी पूरी तैयारी की जाएगी। इतने बड़े मंच पर होने से दबाव तो रहता ही है, परिवार पर भी काफी दबाव है। हमें नीरज से बहुत उम्मीद हैं।
नीरज चोपड़ा के पास दो गोल्ड मेडल लाने वाला पहला भारतीय एथलीट बनने का मौका है। टोक्यो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने हाल ही में कई कामयाबी हासिल की है। वह दो व्यक्तिगत ओलंपिक गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बन सकते हैं। हालांकि, इस बार उनके खिलाफ कई प्रबल दावेदार भी पेरिस ओलंपिक में मौजूद हैं, मगर नीरज की तैयारी भी पुख्ता है।