नई दिल्ली। लक्ष्य सेन ने बताया कि कैसे कोच प्रकाश पादुकोण ने उनका मोबाइल ले लिया था। हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह ब्रिटेन के खिलाफ मैच में रोमांचक जीत पर कहा कि और जब पेरिस में एयर कंडीशनर नहीं होने की चर्चा चली तो कोई अपनी हंसी नहीं रोक सका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारतीय ओलंपिक दल के लिए आयोजित समारोह में खिलाड़ियों ने दिल खोलकर बात की। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले पर हुए समारोह के बाद गुरुवार को ओलंपिक दल की मेजबानी की। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा साझा किये गए वीडियो में उन्हें खिलाड़ियों से व्यक्तिगत तौर पर बात करते देख जा सकता है।
पुरुष एकल बैडमिंटन में चौथे स्थान पर रहे लक्ष्य सेन से बातचीत में मोदी ने कहा, जब मैं लक्ष्य से पहली बार मिला था तब वह बहुत छोटा था। अब बड़ा हो गया है। आपको पता है कि अब आप एक सेलिब्रिटी बन गए हो। इस पर लक्ष्य ने कहा, जी सर। लेकिन मैचों के दौरान प्रकाश सर ने मेरा फोन ले लिया था और कहा था कि मैच पूरे होने के बाद ही फोन मिलेगा। उसके बाद ही मुझे पता चला कि सभी ने मेरी कितनी हौसलाअफजाई की। उन्होंने कहा, मेरे लिये यह अच्छा सबक था और मेरा अपने पहले ओलंपिक में अनुभव अच्छा रहा। पहले कुछ मैचों में नर्वस था लेकिन बाद में सामान्य हो गया। थोड़ा दिल टूटा कि इतने करीब आकर रह गया। अगली बार पूरी कोशिश करूंगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने मजाक में कहा, अगर प्रकाश सर इतने अनुशासनप्रिय थे तो अगली बार उनको ही भेजूंगा। भारतीय हॉकी कप्तान हरमनप्रीत को ‘सरपंच साहब’ संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पूछा कि ब्रिटेन के खिलाफ शुरू में ही दस खिलाड़ियों पर सिमट गए तो क्या हौसला टूटा था। इस पर हरमनप्रीत ने कहा, काफी कठिन था क्योंकि पहले ही क्वार्टर में हमारे खिलाड़ी (अमित रोहिदास) को रेडकार्ड मिल गया था लेकिन हमारे कोचिंग स्टाफ ने हर परिस्थिति के लिये हमें तैयार किया था। सारी टीम का जोश और बढ गया, क्योंकि ब्रिटेन को हर हालत में हराना था। ऐसा ओलंपिक के इतिहास मे कभी नहीं हुआ (दस खिलाड़ियों के साथ 42 मिनट खेलकर जीतना)। इसके अलावा हमने 52 साल बाद बड़े टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया को हराया जो बहुत बड़ी बात थी।
ब्रिटेन से प्रतिद्वंद्विता के मामले पर मोदी ने हंसते हुए कहा, यह तो पिछले 150 साल से चली आ रही है। पेरिस ओलंपिक पर्यावरण अनुकूल होने के कारण खिलाड़ियों के कमरों में एसी नहीं थे, जिससे भारतीय खेल मंत्रालय को आनन फानन में वहां 40 एसी का बंदोबस्त करना पड़ा। मोदी ने हंसते हुए पूछा कि किस किसने उन्हें इसके लिए कोसा था, इस पर किसी ने जवाब नहीं दिया। मोदी ने कहा, कमरों में एसी नहीं थे और गर्मी भी थी। मैं जानना चाहता हूं कि आपमें से किसने पहले बोला कि मोदी बड़ी बड़ी बातें करता है लेकिन हमारे कमरों में एसी नहीं है। उन्होंने कहा, सबसे ज्यादा परेशानी किसे हुई । लेकिन मुझे पता चला कि कुछ घंटे में ही काम हो गया था। देखा हमने कैसे आपको सर्वश्रेष्ठ सुविधायें मुहैया कराने की कोशिश की।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पेरिस ओलंपिक भारत के लिये निर्णायक रहे। भारत के 117 सदस्यीय दल ने एक रजत और पांच कांस्य समेत छह पदक जीते। मोदी ने कहा, जो जीत नहीं सके, वे इस हार को अपने दिमाग से निकाल दें। आपने देश को गौरवान्वित किया है और कुछ सीखकर लौटे हैं। खेलों में कोई हारता नहीं है, हर कोई सीखता है। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि पेरिस ओलंपिक भारतीय खेलों के उत्थान के लिये लांचपैड होंगे। यह निर्णायक बिंदु होगा। इसके बाद हम सिर्फ जीतेंगे, हम रूकने वाले नहीं हैं।
उन्होंने कहा, भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी की तैयारी कर रहा है। ओलंपिक खेलने वाले खिलाड़ियों की राय काफी महत्वपूर्ण होगी। आपने वहां कई चीजें देखी होंगी, ओलंपिक की योजना से तमाम सुविधाओं तक, खेल प्रबंधन से इवेंट प्रबंधन तक। आपका अनुभव, आपने जो जो देखा, उसे लिखिये ताकि 2036 ओलंपिक के लिये ये सभी छोटी छोटी बातें और आपका अनुभव हमें तैयारी में मदद करे। इस तरह से आप 2036 ओलंपिक के सैनिक हैं।