कानपुर, संवाद पत्र। साइबर ठगों ने जिलाधिकारी कोर्ट के पेशकार को पाकिस्तान कोड नंबर+92 से व्हाट्सअप कॉल की ओर बोला क्राइम ब्रांच पुलिस से बोल रहा हूं,
आपका लड़का ईशान कई साथियों के साथ पुलिस केस में फंस गया है। डिमांड पूरी नहीं की तो परेशान होंगे।
पेशकार ने घबराकर उसके बताए अकाउंट में साठ हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। फोन कटने के बाद जब उन्होंने बेटे को फोन मिलाया तो तो सब सही मिला। डीएम कोर्ट के पेशकार वीरेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि 13 अगस्त को +92 नंबर से व्हाट्सअप कॉल आई।
उधर से कहा गया कि आपका लड़का अन्य चार लड़कों के साथ पुलिस केस में फंस गया है। हम पुलिस क्राइम ब्रांच से बोल रहे हैं। कहा कि फोन कट मत करना और इसकी जानकारी किसी को मत देना। जल्द ही साठ हजार रुपये का इंतजाम करो और बताए गए अकाउंट पर जमा कराओ।
वीरेंद्र ने बताया कि उन्होंने साठ हजार रुपये फोन पे से ट्रांसफर किए। इसके बाद बेटे को फोन करके बात की तो उसने ऐसी किसी घटना से इंकार किया। कुछ देर बाद फिर उसी नंबर से कॉल आई और पचास हजार रुपये की डिमांड की गई, इस पर वीरेंद्र ने मना कर दिया। उसके बाद से वह मोबाइल नंबर बंद है।