रात में भी मंदिरों के आस-पास रहेंगी टीमें

कानपुर, संवादपत्र । सावन में शहर के प्रमुख शिव मंदिरों के आस-पास छुट्टा जानवर नहीं दिखेंगे। नगर निगम ने परमट, जागेश्वर, सिद्धनाथ मंदिर में बेसहारा जानवरों को पकड़ने के लिये पांच टीमों का गठन किया है। इसमें से परमट में ही चार टीमें लगाई गई हैं। जो रविवार से सोमवार तक चार अलग-अलग समय अभियान चलाकर जानवरों को पकड़ेंगी। इसके साथ जागेश्वर, सिद्धनाथ मंदिर में अलग से टीम को लगाया गया है। खास बात यह कि टीमें रात में भी काम करेंगी।
कैटिल कैचिंग विभाग के प्रभारी अधिकारी डॉ. आरके निरंजन ने बताया कि परमट मंदिर के आस-पास बेसहारा पशुओं को नियंत्रित करने के लिये चार टीमों को लगाया गया है। हर टीम में आठ लोग होंगे। पहली टीम दोपहर दो बजे से रात 10 बजे तक, दूसरी टीम रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक, तीसरी टीम सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक और चौथी टीम दोपहर 2 बजे से कार्य समाप्ति तक काम करेगी।
यह टीमें रविवार को दोपहर दो बजे से काम शुरू करेंगी जो दूसरे दिन तक जारी रहेगा। नगर निगम ने प्रभारी और सुपरवाइजर के नाम और मोबाइल नंबर भी जारी कर दिये हैं। इसके साथ ही एक टीम की जागेश्वर मंदिर और सिद्धनाथ मंदिर में भी तैनात की गई है। टीमों का सफल संचालन के लिये और किसी भी समस्या का निस्तारण के लिये राजस्व निरीक्षण दिनेश कुमार, राजेंद्र प्रसाद मिश्रा और अंसार अहमद की तैनाती की कई है।
21 जुलाई से 19 अगस्त तक टीम करेगी काम
प्रभारी अधिकारी ने बताया कि टीमें बंदर, कुत्ता और गोवंश को पकड़ेंगी। ताकि, शिव मंदिरों में आने वाले दर्शनार्थियों को कोई समस्या न आये। उन्होंने बताया कि टीमें 21 जुलाई से काम करना शुरू करेंगी जो 19 अगस्त तक मंदिरों के आस-पास ही तैनात रहेंगी। 4 कैटिल कैचिंग टीमों में कुल 32 कर्मचारियों को लगाया गया है। इसके साथ ही 4 कैटिल कैचिंग वाहनों को भी लगाया गया है जो बेसहारा पशुओं को पकड़ेंगी।
सावन को देखते हुये टीमों की तैनाती की गई है। अगर कहीं किसी मंदिर में समस्या है तो वह भी संपर्क कर सकते हैं। वहां तत्काल टीम भेजी जायेगी। – डॉ. आरके निरंजन, उप मुख्य पशुचिकत्सा अधिकारी