कानपुर, संवादपत्र । चुन्नीगंज में 100 करोड़ कीमत वाली ऐपी फैनी कंपाउंड की जमीन का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। जमीन सलीम बिरयानी के कब्जे में है और दावेदारों की संख्या बढ़ रही है। अभी तक एक संस्था ने जमीन पर दावा ठोंककर पुलिस कमिश्नर को प्रार्थना पत्र दिया था।
वहीं बिशप ऑफ लखनऊ चर्च ऑफ इंडिया और लखनऊ डायोसीयन ट्रस्ट एसोसिएशन के पदेन चेयरमैन मोस्ट रेव. बिशप जॉन अगस्टीन ने भी पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से मुलाकात कर जमीन पर कब्जेदारी को लेकर शिकायती पत्र दिया। पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय विपिन मिश्रा को सौंपी है।
सेंट मेरीज स्कूल पारा रोड राजाजीपुरम लखनऊ निवासी मोस्ट रेव. बिशप जॉन अगस्टीन पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे और शिकायती प्रार्थना पत्र दिया। जॉन अगस्टीन ने कहा कि कानपुर में चर्च की संपत्तियां हैं जिस पर अवैध लोग कब्जा करके बेच रहे हैं। ऐपी फैनी कंपाउंड की जमीन 80-90 करोड़ की है। इसे सलीम बिरयानी ने फर्जी तरह से किसी से खरीदा है और अब उसकी कई-कई रजिस्ट्रियां हो गई हैं।
इस संपत्ति पर एनसीएलटी कोर्ट का स्टे ऑर्डर भी है। कहा कि लखनऊ डायोसीसन ट्रस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश एवं उत्तरांचल में स्थित चर्च सम्पत्तियों का कानूनी मालिक है। उसी के अंतर्गत ऐपी फैनी कंपाउंड की जमीन आती है।
इसमें कुछ लोगों ने सलीम बिरयानी को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेच दिया। उसने आगे उसकी कई रजिस्ट्री कर दी हैं। उनके द्वारा एक पीआईएल संख्या 1523 सन 2000 में दाखिल की गई थी। एक वाद एनसीएलटी कोर्ट में भी दाखिल किया था जिसमें चल अचल संपत्तियों की खरीद फरोख्त पर स्टे लगा दिया था।