कानपुर, संवाद पत्र । फास्ट फूड और जंक फूड का सेवन करके लोग सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। फास्ट और जंक फूड न सिर्फ पेट की बीमारियां दे रहा है, बल्कि इसे खाने से दांत गलकर कमजोर हो रहे हैं। हैलट अस्पताल में दंत रोग विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन औसतन 100 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं, जिनमें 30 से 40 मरीज दांतों में गंदगी की समस्या से ग्रस्त होते हैं।
इनमें युवा और महिलाएं अधिक हैं। दंत विभाग के सहआचार्य डॉ. शिशिरधर ने बताया कि फास्ट और जंक फूड दांतों में चिपककर उनको कमजोर करता है। इसकी वजह इस फूड में कार्बोहाइड्रेड की मात्रा अधिक होना है। दांतों में चिपककर यह लेक्टिक एसिड बनाता है, जिससे ब्लैक स्पॉट बनने के साथ दांत गलना शुरू हो जाते हैं। जंक फूड में मैदा इस्तेमाल होता है, जो दांतों से लेकर आंतों तक में चिपकता है, इससे दांतों के साथ पेट संबंधी रोग भी बढ़ते हैं।
6 माह से ज्यादा एक ब्रश का इस्तेमाल नहीं करें
डॉक्टर देविना प्रधान ने बताया कि रोज सुबह और रात में ब्रश करना जरूरी है। रात में ब्रश नहीं करने से भोजन के कण दांतों के बीच फंसे रहते हैं, जिससे सड़न के साथ बैक्टीरिया पनपते हैं। ब्रश मुंह के भीतर चारों ओर घुमाते हुए करना चाहिए। 6 माह से ज्यादा एक ब्रश का प्रयोग नहीं करना चाहिए। कुछ भी खाने के बाद मुंह जरूर साफ करें। दांतों को कुरकुरी सब्जी और फल मजबूती देने का काम करते हैं।