कानपुर, संवादपत्र । अपने परिचित से डाकघर में एफडी खुलवाना एक युवक को भारी पड़ गया। आरोपियों ने पीड़ित की दो एफडी खुलवाईं। जिसमें एक नौ लाख तो दूसरी तीन लाख की थी। पीड़ित के ज्यादा ध्यान देने पर आरोपियों ने रुपये निकाल लिए। रुपये कटने का मैसेज आने पर पीड़ित को जानकारी हुई। पीड़ित ने आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
हूलागंज कछियाना निवासी मनोज कुमार द्विवेदी के अनुसार उनके पिता शिव शंकर द्विवेदी पोस्टल विभाग के पेंशनर हैं। वह अपना सारा पैसा डाकघर में ही जमा करते थे। अक्टूबर 2020 में उनके पुराने परिचित राजाराम दिवाकर व भाई लक्ष्मी शंकर के कहने पर पिता ने दो एफडी एक नौ लाख रुपये की व दूसरी साढ़े तीन लाख रुपये की करवा दी। आरोप लगाया कि फरवरी 2024 में लक्ष्मी शंकर का बेटा छोटू घर आया और पासबुक दे गया।
जिसके कुछ समय बाद 50 हजार रुपये निकलने का मैसेज आया। आरोपी के बेटे से पूछने पर उसने बताया कि पापा गांव में हैं और उनकी तबियत खराब है। इसलिए रुपयों की जरूरत थी निकाले हैं, बाद में दे दूंगा। आरोप है कि इसके बाद छानबीन की तो नौ लाख रुपये की एफडी की जगह नौ हजार लिखा था, जबकि साढ़े तीन लाख रुपये वाली एफडी की जगह साढ़े तीन हजार रुपये लिखे थे।
उन्हें शक है कि पोस्ट आफिस कर्मियों ने आरोपियों के साथ मिलकर काम किया है। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार से की। इस संबंध में बेकनगंज थाना प्रभारी मतीन ने बताया कि पीड़ित मनोज कुमार द्विवेदी की तहरीर पर राजाराम दिवाकर, लक्ष्मीशंकर दिवाकर, छोटू के खिलाफ अमानत में खयानत, धोखाखड़ी, कूटचरित दस्तावेजों से छेड़छाड़, षडयंत्र करने की धारा में एफआईआर दर्ज की है।