कानपुर, संवादपत्र । सजेती क्षेत्र में पांच वर्षीय बच्चे की हत्या उसकी चचेरी बहन ने की थी। हत्या करने के बाद शव को कंडे की बोरी में भरकर भूसे में छिपा दिया गया था। इस सनसनीखेज मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
सजेती थाना क्षेत्र के बीरबल अकबरपुर निवासी संजय निषाद का पांच वर्षीय बेटा साहिल सोमवार को घर के बाहर खेलते समय लापता हो गया था। परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगने पर थाने पहुंचकर मामले की सूचना दी थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर बच्चे की तलाश शुरू की थी। बुधवार को पारिवारिक बृजपाल निषाद के पशुबाड़े से दुर्गंध आने पर संजय को कुछ शक हुआ तो पुलिस को दुबारा सूचना दी।
पुलिस ने गांव पहुंचकर पशुबाड़े की छानबीन की तो वहां एक जगह मिट्टी की खोदाई नजर आई। आशंका के आधार पर पुलिस ने उस जगह की खोदाई कराई तो करीब दो फीट नीचे बच्चे का शव बरामद हो गया। इसके बाद संजय निषाद ने बृजपाल और उसके बेटे रमेश पर हत्या का आरोप लगाया। थाना प्रभारी ब्रजमोहन ने आशंका के आधार पर बृजपाल, उसकी बहू सुमन और नातिन रामरानी को हिरासत में ले लिया और थाने ले जाकर सख्ती के साथ पूछताछ की गई तो सारा सच सामने आ गया।
चोरी का इल्जाम लगाने पर बच्चे को मार डाला
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में पता चला है कि घटना के तीन दिन पहले संजय का बृजपाल से झगड़ा हुआ था। दरअसल, संजय की पत्नी के कुछ जेवर और रुपये गायब हो गए थे, जिस पर संजय ने बृजपाल की नातिन रामरानी पर चोरी का आरोप लगाया था। चोरी के आरोप से रामरानी खुन्नस खाए थी। कंडे पाथते समय रामरानी ने साहिल को बहाने से बुलाया और गला दबाकर मार डाला। इसके बाद कंडे के साथ बोरी में शव भरकर पशुबाड़े में गाड़ दिया था।
छोटी बहन ने उगल दिया सारा सच
एडीसीपी अंकिता शर्मा के मुताबिक भूसे वाले कमरे से साहिल का शव बरामद होने के बाद परिवार के लोगों को हिरासत में ले लिया गया था। इस बीच पुलिस की नजर बृजपाल की सात वर्षीय छोटी नातिन पर पड़ी। उसका हाव-भाव बता रहा था कि उसे कुछ न कुछ मालूम है। उससे बात करने की कोशिश की गई तो पहले वह घबराई। फिर बिस्कुट खिलाकर पूछा गया तो उसने बताया कि बड़ी बहन ने उसके सामने ही साहिल का गला घोंटा और फिर बोरी में भरकर भूसे वाली कोठरी में छिपा दिया। उस समय उसके मां-बाप खेत गए थे।
हत्या में तरमीम हुई गुमशुदगी की रिपोर्ट
सजेती थाना प्रभारी ब्रजमोहन ने बताया कि बच्चे के लापता होने के बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। भूसे की कोठरी में बच्चे का शव बरामद होने के बाद गुमशुदगी की रिपोर्ट को हत्या की धारा में तरमीम कर दिया गया है। हत्या में बृजपाल निषाद, उसकी पत्नी श्यामकली, पुत्र रमेश निषाद, बहू सुमन और नातिन रामरानी को आरोपी बनाया गया है। इनमें बृजपाल, सुमन और रामरानी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि रमेश और उसकी मां श्यामकली अभी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।