कानपुर,संवादपत्र । संभागीय परिवहन विभाग में वाहनों की फिटनेस से कितना बड़ा मजाक हो रहा था, इसका खुलासा रविवार को उस वक्त हुआ जब आरटीओ के माध्यम से फिटनेस के लिये लगाये गये विशेष शिविर में 220 अनफिट वाहनों में मात्र 11 स्कूली वाहन ही फिटनेस के लिए पहुंचे।
उसमें भी पांच स्कूली वाहन अनफिट पाये गये। आरटीओ फिटनेस नहीं कराने वाले वाहन स्वामियों को नोटिस भेज रहा है कि 90 दिनों के अंदर वाहन की फिटनेस नहीं कराई गई तो ये अंतिम नोटिस होगी और फिर वाहन की आरसी (पंजीयन) निरस्त कर दी जायेगी। कानपुर शहर के 220 वाहनों का फिटनेस नहीं हुआ है।
रविवार को सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन आलोक कुमार सिंह की अगुवाई में आरटीओ परिसर में वाहनों की फिटनेस के लिए कैंप लगा। इस कैंप की जानकारी आरटीओ ने कई दिन पहले वाहन स्वामियों को भी दे दी थी। बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से भी स्कूल के प्रबंधक/वाहन स्वामी को शिविर लगाने की जानकारी दे दी थी लेकिन उसके बाद भी मात्र 11 स्कूली वाहन ही फिटनेस के लिए पहुंचे जिसमें पांच स्कूली वाहन फिटनेस के लायक नहीं थे।
क्या बोले अधिकारी
आरटीओ कैंपस में लगाये गये विशेष शिविर में कुल 11 स्कूल बस निरीक्षण के लिए आईं जिसमें छह की फिटनेस की गई। शेष वाहनों को मानक के विपरीत पाया गया जिससे उन्हें अनफिट कर दिया गया।- आलोक कुमार सिंह, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन
अनफिट वाहन रूट पर मिले तो मालिक, चालक को जेल
प्रमुख सचिव परिवहन ने प्रदेश के सभी आरटीओ को निर्देश दिया है कि अनफिट वाहन स्वामियों को तलाशा जाये और समय सीमा निर्धारित करके वाहन की फिटनेस कराई जाये। यदि वाहन स्वामी उसके बाद भी फिटनेस नहीं कराता है तो उक्त वाहन को कबाड़ मान लिया जाये।
यदि ऐसा वाहन मार्ग पर चेकिंग के दौरान पकड़ा जाये तो उसके चालक और वाहन स्वामी दोनों को जेल भेजा जाये। एआरटीओ प्रवर्तन अंबुज भास्कर ने बताया कि जिन वाहनों की फिटनेस नहीं हुई है, ऐसे वाहन स्वामियों के नाम, पते निकाले जा रहे हैं ताकि उनसे संपर्क करके या फिर उन्हें नोटिस देकर वाहन स्वामी से वाहन की फिटनेस कराने को कहा जायेगा।