कानपुर, संवादपत्र । कानपुर दिल्ली के मध्य शिकोहाबाद के पहले कौरारा-भदान स्टेशन के बीच एक लांगहाक ट्रैक बनाने को मंजूरी मिली है। इस ट्रैक के चालू होने से मुख्य रेलमार्ग खाली नहीं होने के कारण रास्ते में ट्रेनों को रोकने का सिलसिला खत्म हो जायेगा। इसी लांगहाक ट्रैक पर मालगाड़ी को रोककर अन्य जरूरी मालगाड़ियों को निकाल दिया जायेगा।
कानपुर-दिल्ली मुख्य मार्ग पर इटावा से 40 किमी दूर 1600 मीटर लंबा ट्रैक बनाया जायेगा। इसे लांगहाक लूप लाइन भी कहा जाता है। इस पर दो मालगाड़ियां एक साथ रोकी जा सकेंगी। एक मालगाड़ी की लंबाई लगभग 650 मीटर होती है जबकि लांगहाक मालगाड़ी की लंबाई लगभग 1400 मीटर होती है क्योंकि इसमें दो मालगाड़ी एक साथ जुड़ी होती हैं।
फ्रेट कॉरीडोर पर मिलेगी कारोबार को गति
फ्रेट कॉरीडोर पर लांगहाक मालगाड़ियां भी चलने लगी हैं। इसमें एक साथ दो मालगाड़ी जोड़ देते हैं जिसे दो से तीन इंजन खींचते हैं लेकिन दिक्कत ये आती है कि रास्ते में यदि किसी ट्रेन को आगे निकालना हो तो इतनी लंबी मालगाड़ी रोकने के लिए कोई लूपलाइन ही नहीं होती। जिस कारण लंबी मालगाड़ी के पीछे धीरे धीरे दूसरी जरूरी मालगाड़ी चलती रहती हैं और लेट हो जाती हैं।