हमीरपुर, संवादपत्र । बालिका से दुष्कर्म व हत्या में निरुद्ध एक बंदी ने जिला कारागार में पाठशाला में फांसी लगा ली। इस घटना से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। कारागार के कर्मी बंदी को जिला अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कुरारा थाना के एक गांव में सात जून 2019 को रात में घर के बाहर सो रही 11 वर्षीय बच्ची को उठाकर उसे कब्रिस्तान में ले जाकर दो लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद गला दबाकर हत्या कर झाड़ियों में शव फेंका गया था। सुबह जब ग्रामीणों ने खून से लथपथ शव झाड़ियों में देखा तो करीब पांच घंटे बवाल काटा था।
इस हत्याकांड में पुलिस ने शिवनी गांव निवासी नफीस उर्फ पप्पू खां व इसी गांव के एक अन्य युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आरोपी नफीस उर्फ पप्पू खान (50) पिछले नौ जून 2019 से जेल में निरुद्ध था।
गुरुवार की देर शाम जिला कारागार की पाकशाला के स्टोर में रस्सी का फंदा लगाकर बंदी ने आत्महत्या कर ली। फंदे पर बंदी को लटकता देख कर्मियों ने तत्काल उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डाॅक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से जेल प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई। जेल के दारोगा मानसिंह व अन्य पुलिस कर्मी जिला अस्पताल ले गए। जहां इमरजेंसी में मौजूद डाॅ. ने मृत घोषित कर दिया।
जेल अधीक्षक जीआर वर्मा ने बताया कि नफीस उर्फ पप्पू ने गुरुवार की शाम पाकशाला के स्टोर में रस्सी से फंदा लगाया है। फंदे से उतारकर जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया है। मृतक नौ जून 2019 से जिला कारागार में निरुद्ध चल रहा था।
इसके खिलाफ थाना कुरारा में नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म व हत्या जैसी अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इसके खिलाफ गैंगस्टर का भी मामला चल रहा है। शुक्रवार को डाक्टरों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।