फर्रुखाबाद, कायमगंज,संवादपत्र । फर्रुखाबाद कासगंज पैसेंजर ट्रेन के सामने लकड़ी का बोटा डाल कर ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने का असमाजिक तत्वों ने प्रयास किया। चालक की सूझबूझ से बढ़ी घटना टल गई। आरपीएफ मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है।
कायमगंज रेलवे स्टेशन से पांच किलोमीटर दूर भटासा स्टेशन के पास लगभग 300 मीटर की दूरी पर एक लकड़ी का बोटा देर रात अराजकतत्वों ने ट्रैक पर डाल दिया। जब ट्रेन संख्या 05389 कासगंज फर्रुखाबाद पैसेंजर ट्रैक से गुजरी तो पायलट ने एक लकड़ी का बोटा ट्रैक पर पड़ा हुआ देख लिया। उसने तत्काल ट्रेन को रोकने का प्रयास किया। जब तक ट्रेन रुक पाती लकड़ी का बोटा इंजन के अगले हिस्से में फस गया।
काफी प्रयास के बाद जब बोटा नहीं निकला तो कायमगंज भटासा स्टेशन के गेट मैन ने लोहे की रॉड लेकर ट्रेन के इंजन में फंसा हुआ बोटा वाहर निकाला। इसके बाद ट्रेन आगे बड़ी और ट्रेन के पायलट ने लकड़ी के बोटा को शमशाबाद स्टेशन के हवाले कर दिया। वहीं शनिवार सुबह पहुंचे आरपीएफ के एसआई ओमप्रकाश मीना ने डॉग स्क्वॉड के साथ ट्रैक का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।