चित्रकूट, संवादपत्र एक बार फिर अभिनेता से नेता बने राजा बुंदेला पृथक बुंदेलखंड राज्य की अलख जगाएंगे। इस बार उन्होंने अक्टूबर से पदयात्रा करने की सोची है। शुक्रवार को राजा बुंदेला ने जिले में इसके लिए जनसमर्थन जुटाने की कोशिश कीl
लोनिवि निरीक्षण गृह में पत्रकारों से बातचीत कर राजा बुंदेला ने इसकी जानकारी दी। राजा बुंदेला भाजपा की पृथक राज्य को लेकर आलोचना से बचे। उन्होंने सरकार के तमाम कामों, योजनाओं को गिनाते हुए कहा, बुंदेलखंड के विकास को लेकर केंद्र, प्रदेश सरकारें संकल्पित है l सरकार ने एक्सप्रेसवे, डिफेंस कारीडोर, हर घर नल जल आदि तमाम काम किए हैं लेकिन समग्र विकास के लिए बुंदेलखंड पृथक राज्य बनना जरूरी है।
सौ बीमारियों का एक इलाज पृथक राज्यl बोले, छोटे राज्यों को बनाने का श्रेय भाजपा को ही है l भाजपा के चुनावी एजेंडे में भी पृथक बुंदेलखंड राज्य का मुद्दा शामिल रहता रहा हैl आंदोलन के विभिन्न पड़ावों को याद करते हुए राजा बुंदेला ने कहा कि अब केवल इस आंदोलन को वैचारिक रूप से तेज करने की जरूरत है l इसी विचार क्रांति को लेकर और व्यापक जनसमर्थन जुटाने के लिए अक्टूबर से पदयात्रा शुरू होगी।
पहले झांसी मंडल में फिर जनवरी-फ़रवरी में चित्रकूटधाम मंडल मे पदयात्रा का दौर चलेगाl बताया कि इसके लिए जनसंपर्क जारी है, जिसका समापन 29 अगस्त को झांसी में मेजर ध्यानचंद जयंती पर किया जाएगाl इस दौरान उनके पुत्र अशोक ध्यानचंद भी मौजूद रहेंगेl इसके पूर्व राजा बुंदेला का भरतकूप सीमा पर बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह की अगुवाई में स्वागत हुआl
इस दौरान कर्वी माफ़ी प्रधान बद्री सिंह, वीपी पटेल, जानकीशरण गुप्ता, अंकित पहारिया आदि मौजूद रहेl प्रेस वार्ता में बुंदेली सेना के संयोजक डा. आश्रय सिंह गप्पू, जालौन जिलाध्यक्ष सोनू चौहान, विष्णु सिंह पटेल, सुनील सिंह पटेल आदि मौजूद रहेl छतरपुर निवासी लोकेश रैकवार ने बुंदेली लोकगीतों की प्रस्तुति दीl