पटना‚ संवाद पत्र। बिहार के नवादा जिले के कृष्णानगर गांव में दलित बस्ती में आगजनी के मामले पर राजनीति शुरू हो गई है. केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के यादव वाले बयान पर पलटवार करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि जो आरएसएस और बीजेपी जीतन राम मांझी और उनके बेटे को पढ़ाती है, वो लोग यही बोलते हैं. अब तेजस्वी के बयान पर जीतन राम मांझी ने प्रतिक्रिया दी है.
जीतनराम मांझी ने कहा, ‘ये उल्टी बात है, चूंकि वो पढ़े नहीं हैं. इसलिए पढ़ाई का मर्म क्या जानें. हम लोग शेड्यूल कास्ट के सबसे नीचे तबके के लोग हैं. हम लोगों को पढ़ने जाने में दिक्कत होती थी, भूखे-प्यासे पढ़ते थे. अपने मेरिट से मैट्रिक पास किया, ग्रेजुएशन किया. उसी प्रकार से मेरा बेटा भी यहां पढ़ा है, दिल्ली यूनिवर्सिटी में. नेट किया है, पीएचडी किया है. आज प्रोफेसर है कॉलेज में तो आरएसएस से इनका क्या सवाल है? आरएसएस एक राष्ट्रवादी पार्टी है और उसके पल्ले में हम नहीं हैं. लेकिन हम उसका विरोध भी नहीं कर सकते.’
दरअसल, नवादा अग्निकांड पर बयान जारी करते हुए जीतन राम मांझी ने कहा था, ‘इस अग्निकांड के पीछे यादवों का हाथ है.’ नवादा की घटना पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “…वह (जीतन राम मांझी) और उनका बेटा आरएसएस के स्कूल से पढ़े हैं. बीजेपी और आरएसएस ने उन्हें जो दिया, वह कोई भी बयान देने के लिए वही पढ़ते हैं. कौन सरकार में है? वे केंद्र और राज्य दोनों जगह सरकार में हैं, उन्हें दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए?
नवादा अग्निकांड में पीड़ित पक्ष के द्वारा मुफ्फसिल थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. कुल 28 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है. पुलिस ने अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 3 देशी कट्टा, एक खोखा और 6 बाइक जप्त भी किया है.