औरैया, संवादपत्र । सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू करने के फैसले के खिलाफ भीम आर्मी, आजाद पार्टी, बहुजन सुरक्षा परिषद और बसपा के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर भारत बंद का आह्वान किया, लेकिन इसका असर बाजार पर नहीं दिखाई पड़ा।
जिला मुख्यालय पर एकत्र होकर प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस फैसले को वापस लेने की मांग की। इसके बाद राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय को सौंपा। सपा ने बसपा के प्रदर्शन के बाद जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस भी लगी रही।
बसपा जिलाध्यक्ष कमल गौतम ने कहा की संगठन ने हाल में सुप्रीम कोर्ट की सात न्यायाधीशों की पीठ की तरफ से सुनाए गए फैसले के प्रति विपरीत दृष्टिकोण अपनाया है। शांतिपूर्ण आंदोलन लोकतांत्रिक अधिकार होता है। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी ने पहले ही आगाह किया था कि संविधान तभी कारगर साबित होगा जब उसको लागू करनेवालों की मंशा सही होगी।
सत्तासीन सरकारें ही जब धोखाधड़ी, घपलों-घोटालों से संविधान और संविधान द्वारा दिये गये अधिकारों के साथ खिलवाड़ करेंगी तो जनता को सड़कों पर उतरना ही होगा। जन-आंदोलन बेलगाम सरकार पर लगाम लगाते हैं।बहुजन सुरक्षा परिषद के जिलाध्यक्ष मनोज चौधरी लंकेश ने कहा क्रीमीलेयर के फैसले को वापस लेने की मांग की।
भीम आर्मी के लोगों ने कहा की क्रीमीलेयर आरक्षण को तत्काल वापिस लिया जाए। सभी संगठनों ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम कार्यालय को सौंपा। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर जगह पुलिस तैनात रही। समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी इस बंद का समर्थन किया लेकिन इन संगठनों के प्रदर्शन के बाद सपाई जिला मुख्यालय पर पहुंचे और प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।