बांदा, संवादपत्र । जहां एक दिन पहले ही नरैनी खंड शिक्षा अधिकारी 25 हजार रुपए लेते हुए एंटी करप्शन टीम के हत्थे चढ़ गए है, वहीं अब प्राथमिक शिक्षक संघ ने कमासिन क्षेत्र की खंड शिक्षा अधिकारी पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर भ्रष्ट खंड शिक्षा अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है। कार्रवाई न होने पर संघ ने जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आशुतोष त्रिपाठी की अगुवाई में शिक्षकों का एक प्रतिनिधिमंडल जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मिला और शिक्षक समस्याओं के निस्तारण को लेकर चर्चा की। बताया कि कमासिन ब्लाक में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी अाभा अग्रवाल की कार्यशैली से शिक्षक समुदाय आक्रोशित है।
शिकायती पत्र के माध्यम से बताया गया है कि खंड शिक्षा अधिकारी की शिकायत साक्ष्यों सहित कई बार उच्चाधिकारियों से की जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई न होने से उनके हौसले बुलंद हैं और वह लगातार शिक्षकों को शोषण का शिकार बनाने के साथ ही उत्पीड़नात्मक कार्रवाई कर रही हैं। बताया है कि बीईओ स्कूलों में होने वाले निर्माण कार्यों समेत अन्य सभी कार्यों में मोटे कमीशन की खुलेआम मांग करती हैं और न दिए जाने पर गुर्गों से फोन करवाकर व नोटिस आदि देकर शिक्षकों पर दबाव बनाती हैं।
वहीं शिक्षकों के सीसीएल, मेडिकल व अवशेष अवकाशों को स्वीकृत या अस्वीकृत करने के नाम पर भी उत्पीड़न किया जाता है। इसके पूर्व भी खंड शिक्षा अधिकारी कई भ्रष्टाचार के मामलों में संलिप्त रहीं हैं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी।
खंड शिक्षा अधिकारी के निशाने पर अक्सर दूसरे जनपदों के शिक्षक रहते हैं। इसके पहले खंड शिक्षा अधिकारी की शिकायत तत्कालीन बीएसए से की गई थी और शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दी थी, लेकिन बीएसए के लिखत आश्वासन पर शिक्षक मान गए थे।
प्राथमिक शिक्षक संघ ने शिक्षकों का उत्पीड़न करने वाली खंड शिक्षा अधिकारी की कार्यशैली की उच्चस्तरीय जांच कराने और कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। कहा है कि यदि जल्द ही जांच व कार्रवाई न की गई तो शिक्षक संघ कमासिन विकासखंड में जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगा।