बिहार ,संवाद पत्र । बिहार के कैमूर में पुलिस ने 18 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें 13 लोग हैदराबाद और एक शख्स वाराणसी का रहने वाला है. बाकी तीन लोग कैमूर के ही हैं. आरोप है कि ये सभी लोग गुरुवार के दिन सुबह-सुबह प्राइमरी स्कूल में घुस आए. यहां बच्चों के सामने धर्म विशेष का प्रचार-प्रसार करने लगे. लेकिन हेडमास्टर ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी।
हैदराबाद से 13 लोग बिहार के कैमूर पहुंचे. यहां स्थानीय लोगों के साथ मिलकर वो एक प्राइमरी स्कूल में घुस आए. फिर धर्म विशेष का प्रचार-प्रसार करने लगे. जैसे ही हेडमास्टर को इसकी भनक लगी तो उन्होंने पुलिस बुला ली. इससे पहले कि वो लोग भाग पाते, पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया. कुल 18 लोग अरेस्ट हुए हैं. इनमें महिलाएं भी शामिल हैं।
पुलिस ने बताया गिरफ्तार आरोपियों में 13 लोग हैदराबाद के हैं. चार स्थानीय लोग हैं और एक शख्स वाराणसी का रहने वाला है. मामला भगवानपुर थाना क्षेत्र के निबिया गांव का है. जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को यहां एक प्राइमरी स्कूल में धर्म विशेष का प्रचार-प्रसार करने के लिए कुछ लोग जबरन घुस गए. वे बच्चों को प्रार्थना कराने लगे और उपदेश देने लगे. इसके बाद स्कूल के हेडमास्टर ने पुलिस को बुला लिया.
सूचना मिलने पर भगवानपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और सभी 18 लोगों को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने उनकी तीन कारें और ईसाई मिशनरी से जुड़ीं किताबें जब्त कीं. धर्म का प्रचार प्रसार करने आए लोग स्कूल में बच्चों को ये किताबें बांट रहे थे. हालांकि, जांच में कार से किसी तरह का आपत्तिजनक सामान नहीं मिला।
क्या बताया हेडमास्टर ने?
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शिवशंकर कुमार ने बताया- स्कूल के प्रधानाध्यापक महेंद्र राम के आवेदन पर एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. एसडीपीओ के अनुसार, प्रधानाध्यापक ने सूचना दी थी कि इन लोगों ने न तो स्कूल में आने की अनुमति मांगी और न ही सूचना दी. जब सुबह के समय पार्थना सभा हो रही थी तो ये लोग अचानक वहां घुस आए. वे बच्चों को उपदेश देकर किताबें बांटने लगे।
मामले में जांच जारी
इस मामले में विद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों के अलावा मिशनरी से जुड़े लोगों से पूछताछ की गई है. थानाध्यक्ष सभी 18 लोगों को गिरफ्तार कर भगवानपुर थाना पहुंचे और इसकी जानकारी वरीय अधिकारियों को दी. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है. मामले में जांच जारी है।