शिमला। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आयुष्मान भारत योजना में कथित धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के तहत हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायक आरएस बाली और कुछ निजी अस्पतालों व उनके प्रवर्तकों (प्रमोटर) के परिसरों पर बुधवार को छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि ईडी की टीमें हिमाचल प्रदेश में शिमला, कांगड़ा, ऊना, मंडी और कुल्लू सहित 19 जगहों के अलावा दिल्ली व चंडीगढ़ में बाली और कुछ निजी अस्पतालों व उनके प्रवर्तकों के परिसरों पर सुबह से तलाशी ले रही हैं।
उन्होंने बताया कि कांगड़ा में बाली और फोर्टिस अस्पताल (जिसकी प्रवर्तक बाली की कंपनी हिमाचल हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड है) के अलावा बालाजी अस्पताल और उसके प्रवर्तक राजेश शर्मा के परिसरों पर छापेमारी की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, शर्मा को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का ‘करीबी’ माना जाता है। उन्होंने हाल में हुए देहरा विधानसभा उपचुनाव में सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर के लिए अपना टिकट छोड़ दिया।
कमलेश ने उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। धन शोधन का यह मामला जनवरी 2023 में राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा किरण सोनी, ऊना स्थित श्री बांके बिहारी अस्पताल और अन्य के खिलाफ फर्जी एबी-पीएमजेएवाई (आरोग्य भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) कार्ड बनाने के आरोप में दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है। ईडी का आरोप है कि ऐसे “फर्जी” कार्ड पर कई चिकित्सा बिल बनाए गए, जिससे सरकारी खजाने और जनता को नुकसान हुआ।