हल्द्वानी, संवादपत्र । ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं लचर हैं। जिसका फायदा झोलाछाप डॉक्टर उठा रहे हैं। गौलापार में भी झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला है। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई में अवैध क्लीनिकों को बंद किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग को जानकारी मिली थी कि गौलापार क्षेत्र में कई जगह अवैध क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। अपर मुख्य चिकित्सा डॉ. श्वेता भंडारी व वरिष्ठ औषधि निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट के नेतृत्व में टीम ने मंगलवार को छापेमारी की। छापेमारी में मंडल नैचुरौपेथी क्लीनिक की जांच की गई।
यहां नैचुरोपैथी की डिग्री पर एलोपैथिक दवाएं दी जा रहीं थीं। जब क्लीनिक संचालक ने डिग्री मांगी तो वह नहीं दिखा सका। इसी तरह चोरगलिया में पार्थ डेंटल केयर और विकास सरकार क्लीनिक की जांच में भी पता चला कि यहां बिना किसी वैध डिग्री के क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है।
सभी क्लीनिक संचालकों को नोटिस जारी कर उनका चालान कर दिया गया है। यही नहीं क्षेत्र में मेडिकल स्टोरों में खामियां मिली। एक मेडिकल स्टोर में कमी मिलने पर उसमें क्रय विक्रय पर रोक लगा दी और पूरी तरह से बंद कर दिया गया। साथ ही महेंद्र मेडिकल स्टोर और चौहान मेडिकल स्टोर को नोटिस दिया गया है।
वरिष्ठ औषधि निरीक्षक मीनाक्षी बिष्ट ने बताया कि नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं दिए जाने पर इन मेडिकल स्टोरों का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। इस दौरान अर्बन हेल्थ ऑफिसर राघवेंद्र सिंह रावत, ब्लॉक आशा समन्यवक बसंती बिष्ट थे।