हरिद्वार, संवादपत्र । अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में दान किए गए अंगों को एम्स से जौलीग्रांट एयरपोर्ट तक रिकॉर्ड 18 मिनट में पहुंचा दिया गया। बृहस्पतिवार को ऋषिकेश कोतवाली पुलिस ने कांवड़ियों की भीड़ के दौरान ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एस्कॉर्ट करते हुए 28 किलोमीटर की यह दूरी इतने कम समय में तय कराई।
इन अंगों को समय से दिल्ली और चंडीगढ़ पीजीआई पहुंचाने के लिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर जल्द से जल्द पहुंचाना जरूरी था। सीओ संदीप नेगी ने बताया कि उत्तराखंड में पहली बार ऐसा हुआ है कि आपातकाल सेवा के लिए 28 किलोमीटर की दूरी 18 मिनट में तय की गई। एसएसपी अजय सिंह ने एम्स ऋषिकेश से जौलीग्रांट तक ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के लिए समस्त पुलिस बल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बताया कि कांवड़ मेला चल रहा है, जिस कारण इस रास्ते पर कांवड़ियों की भीड़ बहुत अधिक है। अंगों को ले जाते समय रूट और एंबुलेंस की निगरानी पुलिस अधीक्षक देहात लोकजीत सिंह और सीओ ऋषिकेश कर रहे थे।
एम्स अस्पताल ऋषिकेश-कोयल घाटी तिराहा-पुरानी चुंगी-परशुराम चौक-पुराना बस अड्डा तिराहा-पुराना रेलवे स्टेशन-डीजीबीआर तिराहा-गोरा देवी चौक-नटराज चौक तय किया गया। इसके बाद सात मोड़ होते हुए रानीपोखरी और रानीपोखरी से एयरपोर्ट तक पहुंचाया गया। विस्तारा की फ्लाइट से दोपहर करीब 2.50 बजे अंगों को दिल्ली ले जाया गया।