अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की उनके चैंबर में हुई थी गोली मार कर हत्या
हरदोई, संवाद पत्र। अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की उनके चैंबर में गोली मार कर हत्या करने वाला तीसरा शूटर राजवीर भी पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में पकड़ा गया। इससे पहले दो शूटर नीरज व रामसेवक उर्फ लल्ला भी इसी तरह पुलिस से हुई मुठभेड़ में पकड़े जा चुके है, जबकि साजिश में सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह उर्फ वीरे यादव, होटल व्यवसाई शिखर गुप्ता, ठेकेदार नृपेन्द्र त्रिपाठी और आदित्य भान सिंह की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस को अब सुपारी लेने वाले रामू की तलाश है।
बताते चलें कि 30 जुलाई की देर शाम अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की सिनेमा चौराहा, लखनऊ रोड पर उनके किराए के मकान में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। अधिवक्ता की हत्या की खबर से पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं में उबाल आ गया, हर तरफ हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पुलिस पर दबाव बनाया जाने लगा। एसपी नीरज कुमार जादौन ने हत्यारों की धरपकड़ करने के लिए पुलिस के साथ स्वाट/एसओजी और सर्विलान्स टीम का जाल बिछा दिया।
अधिवक्ता की हत्या का केस दर्ज होने के अगले ही दिन शूटर नीरज को पुलिस से हुई भुठभेड़ में दबोच लिया गया, फिर उसके अगले ही दिन अधिवक्ता की हत्या की साजिश रचने और सुपारी देने वाले सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह उर्फ वीरे यादव, होटल व्यवसाई शिखर गुप्ता और ठेकेदार नृपेन्द्र त्रिपाठी व आदित्य भान सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था।
गिरफ्तारी के एक हफ्ते बाद ही दूसरे शूटर रामसेवक उर्फ लल्ला को भी पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में दबोच लिया गया। उसके बाद फरार चल रहे तीसरे शूटर राजवीर और सुपारी लेने वाले रामू महावत की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के ऊपर दबाव बनाया जाने लगा। उसी बीच गुरुवार की देर शाम पुलिस को पता चला कि फरार शूटर राजवीर बेटी से तत्यौरा जाने वाली रोड पर है। उसी बीच एसएचओ कोतवाली शहर नारायण कुशवाहा,स्वाट/एसओजी टीम इंचार्ज ब्रजेश कुमार मिश्रा व सर्विलान्स टीम इंचार्ज संतोष सिंह ने अपनी-अपनी टीम के साथ बताए गए ठिकाने की घेराबंदी कर दी।
पुलिस टीम को देखते ही राजवीर ने गोली चला दी। बचाव में पुलिस टीम की तरफ से चलाई गई गोली उसके पैर में लगी और राजवीर वहीं पर गिर पड़ा, जिसे पुलिस टीम ने दबोच लिया। एसपी श्री जादौन ने बताया है कि शूटर राजवीर के पास से तमंचा, कारतूस और खोखा बरामद हुआ है। पुलिस को अब सुपारी लेने वाले रामू महावत की तलाश है, जिसके लिए पुलिस की टीमें बराबर भाग-दौड़ कर रही हैं।
कोर्ट से दी जा चुकी है उम्र कैद की सज़ा
कोर्ट पहले ही अधिवक्ता को शूट करने वाले शूटर राजवीर पुत्र प्रधानी निवासी जोगीपुर मजरा तत्यौरा कोतवाली शहर को शाहाबाद कोतवाली में साल 2011 में हुए हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा सुना चुकी है। वहीं, अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की हत्या के बाद पुलिस उसकी बड़ी सरगर्मी से तलाश कर रही थी और गुरुवार की देर रात को उसे मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया।
कब क्या हुआ
30 जुलाई- अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की गोली मार कर हत्या।
31 जुलाई- अधिवक्ता के भाई हर्ष मेहरोत्रा की तहरीर पर केस दर्ज।
1 अगस्त- पुलिस से हुई मुठभेड़ में शूटर नीरज के पैर में गोली लगी,गिरफ्तार।
2 अगस्त- पूर्व सपा ज़िलाध्यक्ष,होटल व्यवसाई और दो ठेकेदारों की गिरफ्तारी।
9 अगस्त- देर रात शूटर रामसेवक उर्फ लल्ला जंगल में हुई मुठभेड़ के दौरान दबोचा गया।
15 अगस्त- तीसरा शूटर राजवीर भी पुलिस से हुई मुठभेड़ में पकड़ा गया।