लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन माह के तीसरे सोमवार को गोरखपुर के मानसरोवर मंदिर में ‘रुद्राभिषेक’ और ‘हवन’ किया। राज्य के विभिन्न शहरों में विभिन्न क्षेत्रों के भक्तों ने भगवान शिव के मंदिरों में पूजा-अर्चना की। प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने अंधियारी बाग स्थित प्राचीन मानसरोवर मंदिर में रुद्राभिषेक किया। राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने भगवान शिव की पूजा करते हुए राज्य के लोगों की सुख-समृद्धि की कामना की।
रुद्राभिषेक के बाद मुख्यमंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन और आरती के साथ समारोह का समापन किया और राज्य के लोगों के स्वस्थ, सुखी, समृद्ध और शांतिपूर्ण जीवन की प्रार्थना की। वाराणसी में, सावन के तीसरे सोमवार को सुबह से ही काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भीड़ रही। मंगल आरती के बाद भक्तों को काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने की अनुमति दी गई।
प्रयागराज में मनकामेश्वर मंदिर सहित भगवान शिव के सभी मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं। सोमवार को पूरी संगम नगरी भगवान शिव के रंग में रंग गई और मंदिरों की घंटियों की आवाज फिजा में गूंजती रही। भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए भक्तों ने महादेव की पूजा की और उन्हें भांग, धतूरा, दूध, घी, पंचगव्य, पंचामृत, बेलपत्र, फूल, दही, चंदन, इत्र आदि अर्पित करके गंगा जल से अभिषेक किया।
प्रयागराज स्थित राम नाम बैंक के संयोजक आशुतोष वार्ष्णेय ने सावन माह के महत्व के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, ‘‘यह सावन का पवित्र महीना है। वैसे तो पूरा सावन माह भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है लेकिन शास्त्रों में सावन के सोमवार का बड़ा महत्व बताया गया है। सोमवार को व्रत रखने और भगवान शिव के साथ माता गौरी की विधि-विधान से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।’’
भगवान राम की नगरी अयोध्या में जगह-जगह ‘ओम नम: शिवाय’, ‘हर हर महादेव’ के जयकारे गूंजते रहे और श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर उनका आशीर्वाद लिया। सुबह से ही आस्था की लहर दिखाई दी और श्रद्धालुओं ने सरयू नदी में स्नान कर भगवान राम के पुत्र कुश द्वारा स्थापित सिद्धपीठ नागेश्वर नाथ मंदिर में जलाभिषेक किया। भोर से ही दर्शन-पूजन शुरू हो गए।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए गये। सरयू नदी में स्नान करने और नागेश्वरनाथ पर जलाभिषेक करने के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए राम की पैड़ी पर छोटे-छोटे अवरोधक लगाए गए और शिव भक्तों को छोटे-छोटे समूहों में जलाभिषेक के लिए जाने दिया जा रहा है। राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने सोमवार को ‘पीटीआई वीडियो’ को बताया, ‘‘आज सावन का तीसरा सोमवार है। रामनगरी में बड़ी संख्या में भगवान शिव के भक्त जुटे हैं।’’
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी आभार जताया और कहा कि उन्होंने (आदित्यनाथ) कांवड़ यात्रा को बहुत सुगम बनाया है। जगह-जगह हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की जा रही है। दास ने कहा, ‘‘अयोध्या में अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है और भगवान राम की सेना भगवान शिव का जयकारा लगाती नजर आ रही है।’’
अयोध्या निवासी प्रज्ज्वल सिंह ने कहा, ‘‘यह सुखद संयोग है कि सावन माह का एक सोमवार पांच अगस्त की प्रतिष्ठित तिथि को है। वर्ष 2020 में आज ही के दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया था। यह एक महत्वपूर्ण घटना है जो आज भी अयोध्या के निवासियों के मन और आत्मा में अंकित है।’’