रामसनेहीघाट/बाराबंकी, संवादपत्र । क्षेत्र ही नहीं जिले में नकली नोटों का प्रचलन बढ़ता दिख रहा है। नगर पंचायत रामसनेहीघाट में एक इलेक्ट्रिक बाइक शोरूम के मालिक की मानें तो उन्हें एक ग्राहक 100 रुपये के दो नोट नकली थमा गया। जब वह भारतीय स्टेट बैंक रामसनेहीघाट शाखा में कुछ रुपए जमा करने गए तो वहां नकली नोट की पहचान हो पाई। जिसे देख वह सकपका गए। बैंक द्वारा उस नोट पर नकली नोट होने का ठप्पा भी लगा दिया गया।
व्यापारी ने कहा कि ग्राहक कौन था, यह तो नहीं पता, लेकिन जब उनका स्टाफ बैंक गया तो 100 रुपये के दो नोट नकली होने की बात पता चली। बैंक अधिकारियों ने तुरंत ही इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। उन्होंने अन्य व्यापारियों को भी सतर्क रहने की बात कही है। उनके अनुसार नोट की कलर फोटो कॉपी की गई थी।
बताते चले कि एक वर्ष पहले अगस्त माह में ही दरियाबाद के एसएचओ द्वारा रामसनेहीघाट के पूरे हनुमंत सिंह गांव निवासी श्याम सिंह, भिटरिया निवासी सत्यम व भेंदुआ ब्रम्हनान गांव निवासी निखिल को ऐसे ही मामले में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया था कि 20 हजार असली नोटों के बदले में एक लाख के नकली नोट दिये जाते थे।ऐसे में अब लोगों को जागरूक होने की जरुरत है।
एलडीएम विवेक कुमार ने बताया कि बैंक में अगर नकली नोट ग्राहक द्वारा जमा करने पर प्रकाश में आता है तो उस नोट पर नकली नोट की मोहर लगा दी जाती है, ताकि वह प्रचलन से बाहर रहे और लोग उसे न लें। उन्हाेंने बताया कि नकली नोटों के प्रति सचेत रहें।