संभल, संवादपत्र । सदर कोतवाली क्षेत्र में बिछौली के जंगल में बड़े पैमाने पर ई-कचरा जलाने का मामला पकड़ में आया है। प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में आधा दर्जन विभागों के अधिकारियों ने ई कचरा जलाने की बड़ी फैक्ट्री पकड़ी है। बाल श्रमिक और महिलाएं जोखिम भरा काम करते मिले। फैक्ट्री में ई-कचरा के बड़े स्टाक के साथ ही एसिड,घरेलू गैस सिलेंडर व नगर पालिका के रिक्शा भी बरामद हुए हैं। प्रशासन ने फैक्ट्री को सील कर दिया। सभी विभाग अपने स्तर से कार्रवाई में जुटे हैं।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को बिछौली गांव के जंगल में अवैध रूप से ई-कचरा फैक्ट्री संचालन की सूचना मिली थी। मंगलवार को एडीएम प्रदीप वर्मा, एसडीएम संभल विनय कुमार मिश्रा के नेतृत्व में प्रदूषण नियंत्रण ,पूर्ति व जीएसटी विभाग आदि के अधिकारियों ने फैक्ट्री पर छापेमारी की। कई बीघे जमीन में स्थित फैक्ट्री परिसर में लाखों रुपये की कीमत का ई-कचरा का स्टाक अधिकारियों को मिला। फैक्ट्री में कई महिलाओं के साथ आठ बच्चे ई-कचरा जलाने का जोखिम भरा काम कर रहे थे।
ई -कचरे को गैस सिलेंडर की मदद से जलाकर धातु निकालने का काम किया जा रहा था। छापेमारी में एसिड, 61 घरेलू गैस सिलेंडर के साथ ही नगरपालिका के रिक्शा भी बरामद हुए। आयकर विभाग की जांच में पता चला कि जमा ई-कचरा जलाने का लाइसेंस नहीं था। अधिकारियों ने ई कचरा जलाने की भट्टियों व जलाये गये ई-कचरा के वीडियो व फोटो सबूत के तौर पर लिये। अधिकारियों ने बताया कि फैक्ट्री संचालक ने दो वर्ष से टैक्स भी जमा नहीं किया है। ई -कचरा फैक्ट्री को सील कर दिया।
दिल्ली से मंगाया जाता था ई -कचरा
एडीएम प्रदीप वर्मा ने बताया कि मानकों के विपरीत ई कचरा फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था। ई कचरा दिल्ली से मंगाया जा रहा था। यहां आने के बाद जलाकर ई कचरे से निकालकर चांदी, तांबा व पीतल वापस दिल्ली भेजा जा रहा था। मौके पर फैक्ट्री निर्माण कराने का नक्शा व जलाते समय ई कचरे के धुएं की निकासी के लिए फैक्ट्री में चिमनी भी नहीं लगी मिली है। संचालक ने फैक्ट्री संचालन के लिए प्रदूषण विभाग, फायर ब्रिगेड और एसडीएम से भी अनुमति नहीं ली है।
घरेलू गैस सिलेंडर रखने पर दर्ज होगा मुकदमा
उप जिलाधिकारी विनय मिश्रा ने बताया कि छापेमारी में शामिल सभी विभाग अपने स्तर से कार्रवाई में जुटे हैं। फैक्ट्री में घरेलू गैस सिलेंडर का बड़ा स्टाक मिलने के बाद आपूर्ति विभाग आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।
बाल श्रमिकों का हुआ मेडिकल परीक्षण, होगी कार्रवाई
ई-कचरा फैक्ट्री में काम करते मिले आठ बाल श्रमिकों का श्रम विभाग के अधिकारियों ने चिकित्सीय परीक्षण कराया है। अधिकारियों का कहना है कि बच्चों ने खतरनाक काम कराया जा रहा था। ऐसे में कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।