औरैया, संवाद पत्र। श्राद्ध पक्ष का समय अपनों की स्मृति में विशेष स्थान रखता है। इस अवसर पर मृत परिजनों की आत्मा की शांति के लिए दान-पुण्य, तर्पण और अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं, उसे श्राद्ध कहते हैं। यह पर्व 18 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा।
इस अवसर पर दिबियापुर निवासी राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्राप्त पर्यावरण प्रेमी नेहा कुशवाहा ने कहा कि अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धाभाव रखने एवं उनकी यादों को जीवन्त रखने के लिए पौधों का दान और रोपण भी रोपित करें। क्योंकि आज हम जो कुछ भी हैं, अपने माता-पिता और पूर्वजों के आशीर्वाद से हैं।
उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य न केवल हमारे पूर्वजों की आत्मा को शांति प्रदान करना है, बल्कि धरती माँ को हरियाली से भरना भी है। यह पुनीत कार्य न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचाएगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी धरोहर के रूप में भी कार्य करेगा।
श्राद्ध पक्ष में पौधारोपण का यह संदेश समाज में सकारात्मकता और जागरूकता फैलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। बता दें कि नेशनल यूथ अवॉर्ड से सम्मानित नेहा कुशवाहा ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।