लखनऊ, संवाद पत्र। पांचवीं की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म में रिपोर्ट दर्ज करने और आरोपियों को गिरफ्तारी में पुलिस ने लापरवाही के बरती। इसकी जानकारी होने पर संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध आकाश कुलहरि ने सरोजनीनगर थाने के अतिरिक्त इंस्पेक्टर अनवर अहमद को निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच का आदेश भी दिया है। जांच में दोषी पाए जाने पर बर्खास्तगी की भी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जबकि नाबालिग सहयोगी को देर रात पकड़ा गया। उसे बाल सुधारगृह भेजा गया है।
सरोजनीनगर के बदाली खेड़ा से पांचवी कक्षा की 13 वर्षीया छात्रा को युवक और नाबालिग मिलकर कार में जबरन बैठाकर लोकबंधु के पास स्थित होटल पैराडाइज शांति इन में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता ने घर पहुंचकर मां को घटना की पूरी जानकारी दी। मां पीड़िता को लेकर सरोजनीनगर थाने लेकर गई। मां का आरोप है कि पांच घंटे तक पुलिस उनके साथ टालमटोल करती रही। वहां मौजूद अतिरिक्त निरीक्षक अनवर अहमद ने तहरीर में दोस्त लिखने के लिए दबाव बना रहे थे।
आरोपी उनके साथ खड़ा था। इसकी जानकारी होने पर जेसीपी अपराध आकाश कुलहरि ने पूछताछ की तो आरोप सही पाए गए। इसके बाद जेसीपी ने अतिरिक्त निरीक्षक अनवर को निलंबित कर, विभागीय जांच के आदेश दिए। डीसीपी दक्षिणी केशव कुमार ने बताया कि मुख्य आरोपित दानिश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं, 17 वर्षीय नाबालिग साथी को पकड़ कर बाल सुधार गृह भेजा गया। पीड़िता की मां ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही सबसे पहले कृष्णानगर थाने गई थी। पुलिस ने मदद करने की जगह घटना स्थल के बारे में पूछा और सरोजनीनगर थाने भेज दिया था।
होटल के खिलाफ होगी कार्रवाई
पुलिस की जांच में सामने आया कि दोपहर करीब ढाई बजे कार से दोनों आरोपी पीड़िता को लेकर होटल पहुंचे। करीब एक घंटे तक वहां रखा। 3:30 बजे होटल से निकले। पीड़िता को कार में बैठाया और उसके घर के पास छोड़कर भाग गए। आरोपी दानिश निजी कार चालक है, जबकि किशोर नाई है। डीसीपी दक्षिणी ने बताया कि होटल के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि एक टीम को लगाया गया है, जो होटल में मिले तथ्य और फुटेज की जांच कर रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे तो उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। शुरूआती जांच में सामने आया कि दानिश ने होटल अपने परिचय पत्र पर बुक कराया था। तीनों ने बताया कि था कि उनके एक परिजन बीमार हैं। अस्पताल में भर्ती हैं। कुछ देर के लिए रुकना है। इसलिए होटल वाले ने ज्यादा पूछताछ नहीं की।