लखनऊ,संवादपत्र । राजधानी के जानकीपुरम क्षेत्र में गुरुवार दोपहर 9 वर्षीया बच्ची मां की साड़ी का झूला बना कर छूल रही थी। इस दौरान गले में साड़ी का फंदा कसने से वह बेहोश हो गई। परिजन ने उसे फंद से लटका देख आनन-फानन में केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
बताया जा रहा है क्षेत्र के सुलतानपुर निवासी मजदूर रामनरेश के परिवार में पत्नी रेनू, बेटे हिमांशु और दिवांशु हैं। छोटी बेटी अर्पिता (9) कक्षा दो की छात्रा थी। रामनरेश के मुताबिक गुरुवार सुबह वह मजदूरी करने निकल गये थे। पत्नी रेनू भी घर से बाहर गई थी। दोपहर में हिमांशु और दिवांशु खेलने चले गए। इस बीच अर्पिता ने मां की साड़ी का झूला बनाकर दरवाजे के एंगल से बांध कर वह झूलना शुरू कर दिया।
झूलते समय फंदा अर्पिता के गले में कस गया। इससे दम घुटने से वह बेसुध होकर फंदे से लटक गई। इसी बीच बड़ा भाई हिमांशु पानी पीने घर लौटा। तो बहन को साड़ी के फंदे से लटकी देख घबरा कर शोर मचाने लगा। मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने अर्पिता के गले में कसा फंदा खोला। जब तक जानकारी पर पहुंचे राम नरेश और रेनू उसे मरणासन्न हालत में लेकर ट्रॉमा पहुंचे। लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। फिलहाल परिजन ने पुलिस को सूचना नहीं दी है।