लखनऊ, संवाद पत्र । सरकारी काम करने वाले यानी कर्मचारी ही मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। जिसके चलते कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त होता जा रहा है। कई बार कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर लामबंद हो चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है, अब कर्मचारी संदेश यात्रा से सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं।
स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर निकायकर्मी कर्मचारी संदेश यात्रा के जरिये मूलभूत सुविधाओं एवं सेवा सम्बंधी मांगों को लेकर प्रदेश स्तरीय आन्दोलन की तैयारी शुरू कर चुके हैं। स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र ने बताया कि अवधक्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष रामकुमार रावत के नेतृत्व में लखनऊ की इटौंजा,महोना एवं बक्शी तालाब नगर पंचायतो का दौरा किया गया। जहां कर्मचारियों की लम्बित समस्याओं एवं स्थानीय समस्याओं पर व्यापक विचार-विमर्श हुआ। इस दौरान प्रदेश सरकार व नगर विकास स्तर पर बीते कई वर्षों से लम्बित प्रकरणों का निराकरण न किए जाने पर कर्मचारियों ने रोष व्यक्त किया। इन नगर पंचायतों के साथ साथ प्रदेश की समस्त नगरपालिका एवं नगर निगम के कर्मचारियों ने महासंघ के साथ जुड़ कर प्रदेश स्तरीय आन्दोलन की तैयारी की है।
उन्होंने बताया कि अकेन्द्रियत सेवा नियमावली, समय से वेतन, भत्ते व पेंशन का भुगतान, वर्ष 2001 तक कार्यरत सभी दैनिक वेतन, संविदा तथा तदर्थ के रूप में नियुक्ति कर्मचारियों को नियमित करना, लिपिक, राजस्व, सफाई, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को उनकी सेवा काल में कम से कम तीन पदोन्नति के अवसर तथा व्याप्त वेतन विसंगति,कैडर पुनर्गठन, पुरानी पेंशन बहाली, आऊटसोर्सिंग कर्मचारियों को जीने लायक वेतन, भत्ते तथा सेवा सुरक्षा समेत 13 सूत्रीय मांग है। जिसे 25अक्टूबर नहीं पूरा किया गया, तो महासंघ पूरे प्रदेश की समस्त सेवाओं को बाधित कर अनिश्चितकालीन कार्य बन्दी करने के लिए मजबूर होगा।
महासंघ ने प्रदेश के सभी अन्य क्षेत्रीय अध्यक्ष व मंत्री से भी अनुरोध किया कि वह भी अपने इकाइयों के सभी निकायों में तत्काल भ्रमण कर कर्मचारियों एवं स्थानीय संगठनों से संवाद करें। जिससे कर्मचारी संदेश यात्रा के माध्यम से पूरे प्रदेश की इकाइयों को एकजुट करके एक बड़े आन्दोलन की तैयारी समय रहते पूरी कर लें।