कानपुर, संवादपत्र । सेंट्रल स्टेशन पर यात्रियों के इलाज की नई व्यवस्था जल्द लागू होने वाली है। इसके लिए प्लेटफार्म एक पर मेडिकल काउंटर बनाया जाएगा, जहां 24 घंटे चिकित्सक, फार्मासिस्ट, नर्स समेत अन्य सहायक स्टाफ मौजूद रहेगा।
रेल यात्रियों के इलाज का कांट्रेक्ट शहर के मधुराज नर्सिंगहोम को मिला है। लेकिन इस व्यवस्था में यात्रियों को निर्धारित शुल्क के साथ दवाओं की कीमत का भुगतान करना होगा। अभी कोई दिक्कत पर होने पर यात्रियों के इलाज की व्यवस्था रेलवे अस्पताल से की जाती थी।
सेंट्रल स्टेशन पर सफर के दौरान बीमार होने वाले यात्रियों के इलाज की नई व्यवस्था शुरू करने के लिए शुक्रवार को नर्सिंग होम की तरफ से निरीक्षण किया गया। वर्तमान वय्वस्था में ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत होने पर टीटीई कंट्रोल रूम को सूचना देता है। सूचना सेंट्रल स्टेशन पर दर्ज करने के बाद लोको अस्पताल को जानकारी दी जाती है।
इसके बाद स्टेशन पर ट्रेन आने पर डाक्टर, फार्मासिस्ट मरीज को अटेंड करते हैं और चेकअप के बाद बीमारी से संबंधित दवाएं दी जाती हैं। इसके बदले मरीज को 100 रुपये भुगतान करना पड़ता है। लेकिन अब मरीज के बीमार होने पर लोको अस्पताल या रेलवे की तरफ से कोई राहत नहीं मिलेगी। कांट्रेक्ट लेने वाला नर्सिंग होम यात्रियों के इलाज की जिम्मेदारी का निर्वहन करेगा।
इस व्यवस्था में यात्रियों की जेब पर बोझ बढ़ जाएगा। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि यात्रियों को मेडिकल संबंधित जरूरत पड़ने पर कांट्रेक्ट लेने वाली कंपनी ही इलाज देगी।
ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के अलावा स्टेशन पर मौजूद कोई भी व्यक्ति मेडिकल काउंटर पर जाकर स्वास्थ्य जांच या उपचार की सुविधा ले सकेगा। मामूली बीमारी से लेकर सर्जरी तक के इलाज की जिम्मेदारी निजी कंपनी की होगी। अगर मरीज अस्पताल में भर्ती होना चाहता है, या भर्ती कराने की नौबत आई तो उसके इलाज खर्च की जिम्मेदारी उसकी स्वयं की होगी।
मंहगी दवाओं की मांग पर करना होगा भुगतान
पीआरओ अमित सिंह ने बताया अगर यात्री बाहरी मंहगी दवाओं की डिमांड करता है तो उसे इसका भुगतान करना होगा। मेडिकल काउंटर से वही दवाएं उपलब्ध होंगी जो वहां मौजूद होंगी। हर अतिरिक्त सुविधा के लिए यात्री को भुगतान करना होगा। मेडिकल काउंटर की व्यवस्था होने से लोको अस्पताल से डाक्टर बुलाने का झंझट खत्म हो जाएगा।
रेल नीर की जगह दूसरा पानी बेचते 2 अवैध वेंडर दबोचे
जोगबनी और सीमांचल एक्सप्रेस में रेल नीर के अलावा दूसरी कंपनी का पानी सप्लाई करने की तैयारी थी, लेकिन आरपीएफ ने चेकिंग अभियान चलाकर दो अवैध वेंडरों को दबोच लिया। उनके पास से आठ पेटी पानी की बोतलें बरामद हुईं। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि अवैध वेंडरों के खिलाफ कार्रवाई अभियान चल रहा है। सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म पांच व छह पर शुक्रवार को बिहार जाने वाली जोगबनी और सीमांचल एक्सप्रेस में चेकिंग की गई। एक कोच में पानी की आठ पेटी मिलीं। पानी की बोतलें दूसरी कंपनी की थीं। आरपीएफ ने एक युवक को भी पकड़ा, जिसके पास कई लंच पैकेट मिले। सेंट्रल स्टेशन पर बिना टिकट यात्रा करने में 38 लोगों को पकड़कर 14 हजार 850 रुपये जुर्माना वसूला गया।