मुरादाबाद। आज स्वास्थ्य विभाग राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस मना रहा है। बच्चों में पेट के कीड़ों की समस्या को दूर करने के लिए एक दिवसीय अभियान चलाया है। कृमि मुक्ति दिवस की शुरूआत सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने रामगंगा विहार में स्थित आरएसडी एकेडमी के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाकर की है। यहां बच्चों और शिक्षक स्टॉफ के बीच में आयोजित जन जागरुकता कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के सभी जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
सीएमओ ने बच्चों को समझाया कि शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ होने पर ही पढ़ने में मन लगेगा और आप अपने डॉक्टर, इंजीनियर या आईएएस-आईपीएस बनने के सपने को पूरा कर पाएंगे। इसलिए जरुरी है कि आपके पेट में कीड़े न पनपने पाएं, नहीं तो वह आपके शारीरिक एवं मानसिक विकास को रोक देंगे। उन कीड़ों के अंडे आपके (दिमाग) पर चढ़ जाएंगे। जिससे बच्चे तमाम तरह की बीमारियों से प्रभावित हो जाएंगे। इस मौके पर नोडल अधिकारी/अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवीदास ने भी बच्चों को एल्बेंडाजोल क्यों खानी चाहिए, इसके बारे में बताया कि बच्चों में कृमि संक्रमण का प्रभाव भले तुरंत दिखाई न दे, लेकिन स्वास्थ, शिक्षा और संपूर्ण विकास को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। कृमि नाशक दवाई से बच्चों के संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिलती है।
रामगंगा विहार में स्थित आरएसडी एकेडमी के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाते सीएमओ डॉ. कुलदीप कुमार और एसीएमओ डॉ. प्रवीन कुमार श्रीवास्तव।
अपर मुख्य विकास अधिकारी डॉ. भारत भूषण ने कहा कि बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए कृमि नाशक दवा जरूरी है। एल्बेंडाजोल एक कृमि (पेट के कीड़े) नाशक दवा है, जिसे लेने से बच्चों के पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं। एक से दो वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली पीसकर पानी में घोल कर दी जा सकती है, जबकि दो वर्ष से तीन वर्ष तक के बच्चों को एक गोली पीसकर दे सकते हैं। वहीं, तीन वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों व किशोर-किशोरियों को यह टेबलेट चबाकर खानी है। इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. मयंक शर्मा ने किया। जबकि इस मौके पर विद्यालय स्टॉफ में चिकित्सा निदेशक डॉ. गौरव कुमार, निदेशक प्रशासन डॉ. गरिमा शर्मा, निदेशक वित्त डॉ. अजय शर्मा भी थे।
बच्चों के शारीरिक-मानसिक विकास की जिम्मेदारी हमारी भी : चेयरमैन
आरएसडी एकेडमी के चेयरमैन डॉ. विनोद कुमार और वाइस चेयरमैन डॉ. जी. कुमार ने उनके विद्यालय में आकर स्वास्थ विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृमि मुक्त दिवस की शुरूआत करने पर सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह और उनकी टीम का आभार जताया। उन्होंने बताया कि सीएमओ और उनकी टीम ने अपने हाथों से बच्चों को एल्बेंडाजोल की टेबलेट खिलाई और यह दवा कैसे खानी है और क्यों खानी है, इसका महत्व समझाया। यह चेयरमैन अपने लिए बड़ी बात बताई।
चेयरमैन ने अन्य सभी स्कूलों, कॉलेज के स्टॉफ को प्रेरित करते हुए कहा कि आप लोग (अन्य विद्यालयों के प्रधानाचार्य-शिक्षक) भी अपने विद्यालय के एक से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक अवश्य दिलाएं। यदि स्वास्थ्य विभाग की टीम आपके विद्यालय में किसी कारणवश न पहुंच सके तो आप अपने निकट सरकारी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क कर लें, क्योंकि गुरु-शिष्य की परंपरा के नाते भी बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास की जिम्मेदारी आपकी भी है। क्योंकि यह बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं।
18.29 लाख बच्चों को मिलेगी खुराक : एसीएमओ
नोडल अधिकारी/अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवीदास ने बताया कि पूरे जिले में 18.29 लाख 800 बच्चों को दवा खिलाने के लिए लक्षित किया गया है। अभियान के पहले शुक्रवार को सभी 2770 आंगनबाड़ी केंद्र, 4,158 स्कूलों और 59 मदरसों में अध्ययन करने वाले बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक दी जा रही है। फिर अगले चरण के लिए स्कूल न जाने वाले बच्चों को आशा चिह्नित करेंगी और उन्हें 14 अगस्त के दिन आंगनबाड़ी केंद्र पर एल्बेंडाजोल की खुराक देंगी।