बरेली, संवादपत्र । बरेली में सिलसिलेवार तरीके से चुन-चुनकर महिलाओं की हत्या करने वाला साइको किलर नवाबगंज के बाकरगंज निवासी बाबूराम का बेटा कुलदीप निकला। मां के साथ दो सगी बहनों की मौत और उस पर सौतेली मां के जुल्म ने उसके दिलो दिमाग में महिलाओं को लेकर इस कदर नफरत भर दी कि वह साइको किलर बन गया। हर उम्रदराज महिला में उसे अपनी सौतेली मां का अक्स दिखता था और इसीलिए वह चुन-चुनकर महिलाओं की हत्या करने लगा।
गुरुवार को बरेली पुलिस ने शाही थाना क्षेत्र की बुझिया माइनर से बुझिया जागीर के पास से 35 साल के सीरियल किलर कुलदीप को पकड़ा। कुलदीप उन्हीं चेहरों में से एक है, पुलिस ने जिसका स्कैच जारी किया था। पूछताछ के बाद कुलदीप ने एक-एक करके, छह हत्याओं का राज कबूलना शुरू किया तो पुलिस भी मर्डर मिस्ट्री का कारण सुनकर दंग रह गई।
कुलदीप के पिता बाबूराम ने उसकी मां के जीते-जी, दूसरी महिला से शादी कर ली थी। कुलदीप के मुताबिक, सौतेली मां के कहने पर उसके पिता बाबूराम, मेरी मां के साथ मारपीट करते थे। कुलदीप की दो बहने हैं। घर में सौतेली मां आने के बाद पिता की जुल्म-ज्यादती और परेशानियों के कारण ही उसकी मां और दोनों बहनों की मौत हो गई थी। इन घटनाओं ने कुलदीप के दिमाग पर काफी बुरा असर डाला।
वह सनकी जैसा व्यवहार करने लगा। वर्ष 2014 में कुलदीप की शादी हुई थी। लेकिन तब तक, वह हिंसक हो चुका था। पत्नी के साथ लगातार मारपीट करता। कुलदीप की प्रताड़ना से तंग होकर उसकी पत्नी छोड़कर चली गई। पत्नी के छोड़ने के बाद कुलदीप जंगलों में रहने लगा।
सुल्फा-भांग का नशा करके, जंगलों में पड़ा रहता था और यहीं उसके दिमाग में सीरियल किलिंग का ख्याल आया। उसने 45 से 55 साल की महिलाओं को निशाना बनाना शुरू कर दिया। पहले वह रैकी करता था और संतुष्ट हो जाता कि महिला अकेली है और उसके पीछे कोई शख्स नहीं है। तब उसे खेत में खींचकर ले जाता। उनकी साड़ी या दुपट्टा से गला घोंटता था। महिलाओं को मारने के बाद उसकी लाश को खींचता और फिर गले में गांठ लगा देता था। हत्या करने के बाद उनकी ठहाके मारकर हंसा करता था।
कारण पूछने पर उसने बताया कि उसे लगता था कि उसने अपनी सौतेली मां को मार दिया और इससे उसे संतुष्टि मिल गई। कुलदीप ने सिलसिलेवार तरीके से इसी पैटर्न पर छह हत्याएं करना स्वीकार किया है। शुक्रवार को बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने इस सीरियल किलिंग का खुलासा किया है। बरेली के शाही और शीशगढ़ थाना क्षेत्र के करीब 25 किलोमीटर के दायरे में पिछले 14 महीनों में 9 महिलाओं की हत्या हो चुकी है।
इन हत्याओं से इलाके में दहशत फैली थी। यहां तक कि भाजपा विधायक डीसी वर्मा इस मुद्दे को इसी साल फरवरी में विधानसभा में उठा चुके हैं। बीती 3 जुलाई को अनीता देवी नाम की एक महिला की हत्या सामने आने के बाद पुलिस दोबारा से इस केस में सक्रिय हुई। पुलिस ने बरेली में सीरियल किलिंग के खुलासे के लिए घटना वाले इलाकों में करीब 600 सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे। 1500 सीसीटीवी कैमरों की जांच की और 1.50 लाख मोबाइल डाटा का विश्लेषण किया था। पुलिस की 22 टीमें पिछले छह महीने से साइको किलर कुलदीप की तलाश में गांव-गांव और खेत-खेत धूल छान रही थीं।
इतना ही नहीं अब इस केस की मॉनीटरिंग सीधे डीजीपी प्रशांत कुमार कर रहे थे और इसका असर ये हुआ कि कुलदीप जो नफरत की आग में जलकर महिलाओं की हत्या कर रहा था। वह आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। पुलिस पूछताछ में उसने बलाया कि सौतेली मां की नफरत में उसने इन महिलाओं की हत्या की है।