महफिल में चार चांद लगाते हैं मोहम्मद रफी के ये 5 गाने, एक को सबसे ज्यादा खास बनाता है दो और दिग्गजों का साथ

By Sanvaad News

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हिन्दी सिनेमा के दिग्गज सिंगर मोहम्मद रफी अपनी करिश्माई आवाज के लिए जाने जाते रहे हैं। उनके गीत आज भी लोगों का दिल जीत लेते हैं। हर महफिल में मोहम्मद रफी के गाने फिट बैठते हैं और लोगों के दिलों में उतर जाते हैं। वक्त और सरहद की दीवारों को लांघ कर ये गाने आज दुनियाभर में पॉपुलर हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर वर्ग के लोग उनके गानों के फैन हैं। आज मौहम्मद रफी की डेथ एनिवर्सरी है। इस मौके पर उन्हें याद करते हुए उनके सदाबहार 5 सबसे खास गानों कि लिस्ट हम आपके लिए लाए हैं, जिन्हें सुनने के बाद आप भी कई भावनाओं का अहसास करेंगे।

बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब 

मोहम्मद रफी का एक गाना इतना स्पेशल है कि कोई भी शादी इसके बिना पूरी नहीं होती है। जैसे ही बारात दरवाजे लगती है तो बैंड वाले इस गाने को जरूर बजाते हैं। इस गाने पर आज भी लोग खूब डांस करते हैं और ये एक अलग उत्साह का भाव पैदा करता है। 1966 में रिलीज हुई फिल्म ‘सूरज’ के लिए मोहम्मद रफी ने एक गाने को आवाज दी थी, जिसके बोल हैं – बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है। 56 साल बाद भी इस गाने का मैजिक वैसा ही है जैसा उस दौर में था।  

बाबुल की दुआएं लेती जा

अब शादी का जिक्र आया ही है तो विदाई गीत की भी बात लाजमी है। ‘बाबुल की दुआएं लेती जा’ भी मोहम्मद रफी ने ही गाया है। इस गाने की रिकॉर्डिंग करते-करते वो खुद रोने लगे थे। ये गाना आज भी लोगों की आंखें नम कर देता है और लोग चाहकर भी अपने आंसू रोक नहीं पाते। राम माहेश्वरी की फिल्म ‘नील कमल’ के लिए ये गाना तैयार किया गया था। बेटी की विदाई गीत के तौर पर ये गाना पॉपुलर हुआ। 

हमको तुमसे हो गया प्यार

एक गीत सबसे खास है और इसके खास होने की खास वजह भी है। ‘अमर अकबर एंथनी’ के लिए मोहमम्मदी रफी ने दो और दिग्गजों मुकेश कुमार और किशोर कुमार के साथ मिलकर एक गाने को आवाज दी थी। इस गाने का नाम ‘हमको तुमसे हो गया प्यार’ है। इसमें पहली और आखिरी बार तीनों की जादुई आवाज एक साथ सुनने को मिली थी। का एक गाना इतना स्पेशल है कि कोई भी शादी इसके बिना पूरी नहीं होती है। जैसे ही बारात दरवाजे लगती है तो बैंड वाले इस गाने को जरूर बजाते हैं। इस गाने पर आज भी लोग खूब डांस करते हैं और ये एक अलग उत्साह का भाव पैदा करता है। 1966 में रिलीज हुई फिल्म ‘सूरज’ के लिए मोहम्मद रफी ने एक गाने को आवाज दी थी, जिसके बोल हैं – बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है। 56 साल बाद भी इस गाने का मैजिक वैसा ही है जैसा उस दौर में था।  

बाबुल की दुआएं लेती जा

अब शादी का जिक्र आया ही है तो विदाई गीत की भी बात लाजमी है। ‘बाबुल की दुआएं लेती जा’ भी मोहम्मद रफी ने ही गाया है। इस गाने की रिकॉर्डिंग करते-करते वो खुद रोने लगे थे। ये गाना आज भी लोगों की आंखें नम कर देता है और लोग चाहकर भी अपने आंसू रोक नहीं पाते। राम माहेश्वरी की फिल्म ‘नील कमल’ के लिए ये गाना तैयार किया गया था। बेटी की विदाई गीत के तौर पर ये गाना पॉपुलर हुआ। 

हमको तुमसे हो गया प्यार

एक गीत सबसे खास है और इसके खास होने की खास वजह भी है। ‘अमर अकबर एंथनी’ के लिए मोहमम्मदी रफी ने दो और दिग्गजों मुकेश कुमार और किशोर कुमार के साथ मिलकर एक गाने को आवाज दी थी। इस गाने का नाम ‘हमको तुमसे हो गया प्यार’ है। इसमें पहली और आखिरी बार तीनों की जादुई आवाज एक साथ सुनने को मिली थी। 

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