जिले में हैं 130 सहकारी समितियां, चार समितियाें पर मिल रही दवाएं ।
बाराबंकी, संवाद पत्र । ग्रामीणों को सस्ती दर पर जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए साधन सहकारी समितियों पर अब जन औषधि केंद्र खोले जा रहे हैं। अब इस मामले में और तेजी लाई जा रही है। इसके लिए सहकारिता विभाग प्रचार-प्रसार में लगा है। फिलहाल जिले में चार सहकारी समितियों पर जन औषधि केंद्र का संचालन शुरु कर दिया गया है। इसकी संख्यों में और बढ़ोत्तरी किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही और खुलने वाली समितियों पर आम जन को सस्ते दर पर दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
शासन की ओर से समितियाें की आर्थिक दशा सुधारने व समितियों पर लोगों के लिए सुविधाएं बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। सहकारिता से समृद्धि की थीम पर हो रहे काम के तहत अब सरकारी समितियों को बहुउद्देशीय समिति वी पैक्स नाम दिया गया है। समितियां अभी तक कृषि संबंधी कार्य कर रही थी। अब इन समितियों पर खाद बीज की बिक्री तक ही सीमित नहीं रहेंगी। शासन के निर्देश पर समितियों में जन औषधि केंद्र खोलने की कवायद की जा रही है। इसके लिए समिति सचिवों की ओर से पंजीकरण कराए जा रहे हैं, जिससे दवा बिक्री की अनुमति मिल सके। ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत आवेदन करना होगा।
इसके साथ लाइसेंस के लिए बी या डी फॉर्मा होना जरुरी है। बिना इसके लाइसेंस नहीं मिल सकेगा। लोगों को दवा खरीदने के लिए अधिक दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। वैसे अभी तक जिले में चार सहकारी समितियों पर जन औषधि केंद्र शुरु कर दिए गए हैं। इनमें बंकी ब्लॉक का जेवली के साथ सैदनपुर समेत दो और सहकारी समितियां शामिल हैं। इसके अलावा इनकी संख्या में और बढ़ोत्ररी के प्रयास विभाग द्वारा किए जा रहे हैं ताकि ग्रामीणों को सस्ती दरों पर कम समय पर दवाएं मिल सकें। वैसे जिले भर में 130 सहकारी समितियां हैं। जिन पर कृषि संबंधी कार्य हो रहे हैं।
एआर कोआपरेटिव लोकेश त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक जन औषधि केंद्र सरकारी अस्पतालों में ही होता है। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। नई व्यवस्था के तहत समितियों में जन औषधि केंद्र खोले जाने के निर्णय से लोगों को सस्ती दवा नजदीक में मिल सकेगी। साधन सहकारी समितियों पर जन औषधि खोले जाएंगे। चार समितियों में इनका संचालन चल भी रहा है। जल्द ही और समितियों पर केंद्र खोल दिए जाएंगे।