दीपराज सिंह/देवा, बाराबंकी। बीते वर्ष बाढ़ की विभीषिका झेलने के बाद जिला प्रशासन भले ही जल निकासी की समस्या को लेकर काफी गंभीर दिखाई दे रहा हो लेकिन देवा क्षेत्र में बाराबंकी मार्ग पर एक प्रापर्टी डीलर ने एक पुलिया को पाटकर जल निकासी ही अवरूद्ध कर दी है। पूर्व में तत्कालीन उपजिलाधिकारी के आदेश पर इस पुलिया को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया था लेकिन उसके बाद फिर हालात जस के तस हो गए हैं।
कस्बा देवा से बाराबंकी जाने वाले मार्ग पर देवा मेला बस स्टाप से करीब 200 मीटर की दूरी पर एक पुलिया है। यह पुलिया पास के गांवों की जलनिकासी का मुख्य साधन है। इस पुलिया के ठीक सामने रियल स्टेट के नाम से एक बड़ी प्लॉटिंग की गई है। कुछ वर्ष पूर्व प्लॉटिंग करने वालों ने इस पुलिया को तोड़कर अपनी प्लाॉटिंग में मिला लिया था।
स्थानीय लोगों द्वारा मुद्दा उठाये जाने पर तत्कालीन उपजिलाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए थे। जिस पर हरकत में आए लोक निर्माण विभाग ने पुलिया का पुनर्निर्माण करवा कर जमीन को कब्जे से मुक्त कराया था। कुछ दिनों तक तो मामला ठीक रहा, लेकिन जब यह मार्ग लोक निर्माण विभाग के पास से हटकर नेशनल हाईवे के पास चला गया तो उसके बाद फिर प्लॉटिंग करने वालों ने पुलिया के चारों तरफ एक दीवार बनाकर जल निकासी अवरुद्ध कर दी।
जल निकासी के नाम पर मात्र एक छोटी सी नाली बनाकर खाना पूर्ति कर दी है। जिससे आसपास के गांव की जल निकासी प्रभावित होने की प्रबल संभावना हो गई है। यदि समय रहते इस पुलिया से अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो बीते वर्षों की तरह इस बार भी लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। सूत्रों की मानें तो प्लॉटिंग करने वालों ने सेटिंग गेटिंग के चलते पुलिया पर अतिक्रमण कर जमीन को अपने कब्जे में किया है।
पुलिया पर अतिक्रमण की जानकारी नहीं है। जांच कराई जाएगी। मामला सही मिला तो प्लॉटिंग करने वालों को पुलिया को उनके कब्जे से मुक्त कराकर जल निकासी बहाल कराई जाएगी