सिरौलीगौसपुर/बाराबंकी, संवादपत्र । भ्रष्टाचार में लिप्त प्रधानाध्यापक द्वारा एक सप्ताह से विद्यालय में मध्यान भोजन नहीं बनवाया जा रहा है। बच्चे भूखे पेट घर लौट रहे हैं। जिम्मेदार बता रहे हैं कि एमडीएम का पैसा नहीं मिलने से भोजन बनना बंद किया गया है।
शिक्षा क्षेत्र सिरौली गौसपुर के प्राथमिक विद्यालय नामीपुर सिरौली में बीते एक सप्ताह से एमडीएम नहीं बनाया जा रहा। विद्यालय का हैंड पंप भी खराब है। जिससे यहां के बच्चे भोजन के साथ ही पानी के लिए भी घर की दौड़ लगाने के लिए मजबूर हैं। मामले की शिकायत ग्राम प्रधान द्वारा खंड शिक्षा अधिकारी से की गई थी। जिसमें जांच के बाद 53335.29 रुपए का गबन पाया गया।
इसके बाद विभाग द्वारा प्रधानाध्यापक से उक्त धनराशि की रिकवरी कराई गई, लेकिन उसके विरुद्ध कोई अन्य दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद नाराज प्रधानाध्यापक ने मध्यान भोजन बनवाना बंद कर दिया। जिससे बच्चे बिना भोजन के ही घर लौट रहे हैं। कक्षा 4 के छात्र विपिन व नैंसी ने बताया की 6-7 दिन से भोजन नहीं मिल रहा है।
रसोईयां संगीता व लल्ली ने बताया कि उन्हें भोजन बनाने के लिए सामग्री नहीं मिल रही है। तो कैसे खाना बनाएं। ग्राम प्रधान राम सिंह यादव ने बताया कि प्रधानाध्यापक नशेड़ी व्यक्ति हैं जो एमडीएम में काफी समय से अनियमिकताएं कर रहा था। पांच माह पूर्व मुझसे गलत तरीके से चेक पर हस्ताक्षर कराकर अधिक धनराशि बैंक से निकाल ली। जानकारी होने पर तब से मैं हस्ताक्षर नहीं कर रहा हूं। प्रधानाध्यापक द्वारा मनमाने ढंग से छात्रों की संख्या फर्जी दर्शाकर सरकारी धन का गबन किया गया था। प्रधानाध्यापक वीरेंद्र कुमार ने बताया की दिसंबर माह से एमडीएम का पैसा नहीं दिया गया है। जिससे भोजन बनना बंद है।
मामले की जांच कराई जाएगी। अगर एमडीएम न बनने की बात सही निकली, तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी-