बाराबंकी, संवादपत्र । बीते दो दिनों से दिन भर बादल छाए रहने के साथ हवा चलने से मौसम सुहाना रहा। सुबह और दोपहर में जिले के कुछ इलाकों में बारिश हुई, लेकिन अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे लोगों को मायूसी मिली। हालांकि मौसम विभाग ने नौ अगस्त तक ऐसे ही खुशगवार मौसम रहने और बारिश होने का अनुमान जताया है।
मौसम केंद्र लखनऊ के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि मानसून ट्रफ के उत्तर-पूर्व राजस्थान और उसके आसपास दबाव का केंद्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी के पूर्व-मध्य तक जाती है। इसका असर पूर्व उत्तर प्रदेश पर देखने को मिल रहा है। इसके परिणाम स्वरूप पिछले दो दिनों से हल्की बारिश होने के साथ पूरे दिन बादल छाये रहे। सुबह और दोपहर जिले के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई। हालांकि ज्यादातर इलाके बारिश से अछूते रहे। मौसम विभाग ने अभी नौ अगस्त तक ऐसे ही मौसम बने रहने का अनुमान जताया है। इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश होने की भी संभावना है।
मानसून की बेरुखी से किसान निराश
मॉनसून की बेरुखी से अन्नदातओं के होश उड़े हुए हैं। धान की फसल को बचाने के लिए जद्दोजहद चल रही है। किसानों को कहना है कि अगर कुछ दिन और बारिश न हुई तो जल्द ही फसलों को बचाने का संकट आ जाएगा। यह संकट इस साल कम बारिश की वजह से हुआ है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह की मानें तो जून, जुलाई और अगस्त में अब तक बारिश औसत से करीब 40 फीसदी कम दर्ज की गई है। जिसके चलके कई किसान तो धान की रोपाई ही नहीं कर पाए। जिन किसानों ने धान की रोपाई कर ली है, उनके सामने फसल को बचाने के लिए सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है। तमाम किसानों की धान की फसल सूख चुकी है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसा चरम जलवायु परिवर्तन की वजह से हो रहा है। आने वाले समय में सर्दी, बरसात और गर्मी के मिजाज में बड़ा परिवर्तन देखने को मिल सकता है।