शेख हसीना की सरकार ने प्रदर्शनकारियों और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है
ढाका। बांग्लादेश में कोटा सिस्टम के खिलाफ शुरू हुई हिंसा के बाद वहां स्थिति और बिगड़ गई है। इस बीच भारत ने वहां फंसे अपने 120 छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया है और अलग-अलग राज्य के बॉर्डर से उनकी देश में सुरक्षित वापसी हो गई है। बिगड़ते हालात को सुधारने के लिए बांग्लादेश की सरकार ने शूट एट साइट का ऑर्डर जारी कर दिया है और सेना के ट्रैंक सड़कों पर आ गए हैं।
इस पर काबू पाने के लिए शेख हसीना की सरकार ने प्रदर्शनकारियों और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है। इस प्रदर्शन में अब तक 150 लोगों की मौत हो गई है जबकि 2500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हिंसा के चलते देश के कई शहरों में मोबाइल और इंटरनेट की सेवाओं पर पाबंदी लगा दी गई है। हिंसा के मद्देनजर देश से पलायन भी होने लगा है। यहां से भारी संख्या में लोग अलग-अलग देशों में जा रहे हैं।
अमेरिका ने अपने नागरिकों को यात्रा न करने की दी सलाह
वाशिंगटन। अमेरिका ने बांग्लादेश में जारी हिंसा के मद्देनजर अपने नागरिकों को दक्षिण एशियाई देश की यात्रा न करने का परामर्श दिया है। उसने अपने गैर-आपातकालीन सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को स्वैच्छिक रूप से वहां से आने की अनुमति दे दी है। इससे एक दिन पहले, अमेरिका ने बांग्लादेश के लिए एक नया यात्रा परामर्श जारी कर अमेरिकी नागरिकों से हिंसा से जूझ रहे देश की यात्रा से पहले पुनर्विचार करने का आग्रह किया था।
बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ हिंसा भड़कने के कुछ दिन बाद शनिवार को प्राधिकारियों ने पूरे देश में सख्त कर्फ्यू लागू कर दिया और सैन्य बलों ने राष्ट्रीय राजधानी ढाका के विभिन्न हिस्सों में गश्त की। बांग्लादेश में हिंसा भड़कने से 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के लिए यात्रा परामर्श के स्तर को बढ़ाकर स्तर-चार (यात्रा नहीं करें) कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, अशांति, अपराध और आतंकवाद के कारण बांग्लादेश की यात्रा न करें। उसने कहा, मंत्रालय ने गैर-आपातकालीन अमेरिकी सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों को बांग्लादेश से स्वैच्छिक प्रस्थान की अनुमति दे दी है।