बरेली संवादपत्र । किशोरी से छेड़खानी की कई बार शिकायत की लेकिन बहेड़ी पुलिस ने हर बार उसे अनसुना कर दिया। आखिर तंग आकर किशोरी ने आत्महत्या कर ली। किशोरी की मां की शिकायत पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने आदेश दिया तब कहीं पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।
बहेड़ी के एक गांव में रहने वाली महिला के मुताबिक 26 मार्च को गांव के ही तस्लीम, बबलू, अहमद अली, साहिब, अयाज, निजाम और यूसुफ से उनकी कहासुनी हो गई थी। इसके बाद ये सभी आरोपी उनके घर में घुस आए और मारपीट कर उन्हें और उनकी नाबालिग बेटी को घायल कर दिया। उनकी बेटी के साथ छेड़खानी भी की। उन्होंने थाना बहेड़ी में शिकायत की लेकिन पुलिस ने आरोपियों से सांठगांठ कर रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद आरोपियों ने आए दिन उनकी बेटी से छेड़खानी करना शुरू कर दिया।
महिला ने बताया कि आरोपी कई बार राह चलते उनकी बेटी का हाथ पकड़ लेते थे। आरोपियों से परेशान होकर उसने 27 जुलाई को आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने शिकायत की तो पुलिस ने पोस्टमार्टम तो करा दिया, लेकिन आरोपियों के खिलाफ फिर कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य से शिकायत की। उनके निर्देश पर पुलिस ने अब आठों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
पुलिस की मनमानी ने ले ली मेरी बेटी की जान
महिला ने कहा कि अगर बहेड़ी पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती तो उनकी बेटी आत्महत्या नहीं करती। महिला ने रोते हुए बताया कि जितना दोष आरोपियों का है, उनकी बेटी की मौत के लिए उससे कई गुना ज्यादा बहेड़ी पुलिस जिम्मेदार है।