बरेली, संवादपत्र । थाना शाही क्षेत्र के गौसगंज में बवाल में पुलिस ने मॉब लिंचिंग की धारा बढ़ा दी है। भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) लागू होने के बाद जोन में पहली बार किसी मामले में यह धारा लगाई गई है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर अभी धर्म विशेष को लेकर आपत्तिजनक पोस्ट की जा रही हैं, जिससे माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
19 जुलाई को गांव में दो समुदायों के बीच हुए बवाल में घायल पूर्व प्रधान के बेटा तेजपाल की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस अब तक 35 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है और अभी कई लोग फरार हैं। पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज देखे तो उसमें कुछ लोग तेजपाल को घसीटकर ले जाते दिखे हैं। इनके खिलाफ अब धारा 103 (2) भी बढ़ा दी गई है।
गौसगंज कांड में साक्ष्यों को देखते हुए केस में मॉब लिंचिंग की धारा जोड़ी गई है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसे बख्सा नहीं जाएगा। -मानुष पारीक, पुलिस अधीक्षक दक्षिणी