बरेली, संवादपत्र । जिले में संचारी रोग नियंत्रण अभियान थम चुका है, लेकिन इसके बाद भी मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। वर्तमान में जिले में 642 मलेरिया रोगी हैं। मलेरिया की रोकथाम के लिए दो ब्लॉकों के तालाबों में गंबूजिया मछली छोड़ दी गई हैं। वहीं, शनिवार को सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह ने मलेरिया प्रभावित फतेहगंज पश्चिमी के गांव थानपुर का निरीक्षण कर स्वास्थ्य टीमों को अलर्ट किया।
जिला मलेरिया अधिकारी सत्येंद्र सिंह के अनुसार मीरगंज ब्लॉक के दो गांव के तालाबों में अभी गंबूजिया मछली छोड़ी गई हैं। पांच ब्लॉकों में मीरगज, शेरगढ़, फतेहगंज पश्चिमी, आलमपुर जाफराबाद और बिथरी चैनपुर में मलेरिया का प्रकोप अधिक है। भमोरा स्थित हैचरी से बड़ी संख्या में गंबूजिया मछली मंगाई गई हैं। इन्हें अन्य संवेदनशील ब्लॉकों में छोड़ा जाएगा। अगस्त में इन मछलियां का प्रजनन का समय भी होता है। इससे लार्वा को नष्ट करने में और आसानी होगी। इसके अलावा लार्वा खोजी अभियान के लिए डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स की टीमें भी जल्द तैनात करने की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। 1 जुलाई को संचारी रोग नियंत्रण अभियान संपन्न हुआ था।
मलेरिया वार्ड में भी भर्ती होने लगे मरीज, महिला मिली ग्रसित
जिला अस्पताल में मलेरिया वार्ड दो माह पहले बनकर तैयार हो गया था लेकिन मरीज भर्ती होना शुरू नहीं हुए थे, पर दो दिन पूर्व यहां इमरजेंसी में भर्ती एक महिला मलेरिया ग्रसित मिलने के बाद उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। महिला बदायूं के दातागंज की रहने वाली है।