बरेली, संवादपत्र । ऊर्जा मंत्री की सख्ती के बाद अधीक्षण अभियंता ने सोमवार को अफसरों के साथ बिजली आपूर्ति और कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर वर्चुअल बैठक की, जिसमें निर्देश दिए कि एक बार फिर से कांवड़ यात्रा मार्गों और नाथ मंदिरों के आसपास निरीक्षण कर व्यवस्था को देख लें। कोई कमी हो तो उसे तत्काल ठीक कराएं, अगर कहीं कोई हादसा हुआ तो संबंधित क्षेत्र के एसडीओ और जेई को दोषी माना जाएगा।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने रविवार रात जिले के बिजली अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की थी। इसमें सावन में बिजली आपूर्ति बेहतर रखने और किसी तरह का कोई हादसा न हो, इसको लेकर निर्देश दिए थे। इस संबंध में शहरी क्षेत्र के अधीक्षण अभियंता अंबा प्रसाद वशिष्ठ ने अधिशासी अभियंता और एसडीओ के साथ वर्चुअल बैठक की।
इसमें उन्होंने कहा कि अगर कहीं ट्रांसफार्मर में खराबी आ रही है तो उसकी जगह पर कई दिन तक ट्रॉली ट्रांसफॉर्मर लगाकर न रखें। निर्देश दिए कि ट्रॉली ट्रांसफॉर्मर इमरजेंसी के लिए होता है। खराब ट्रांसफॉर्मर को ठीक कराकर ट्रॉली ट्रांसफॉर्मर हटाया जाए। स्थाई तौर पर उसे सड़क पर न लगाएं। पुलिस से समन्वय स्थापित कर डीजे निकलते समय सप्लाई बंद कर दें।
उन्होंने आरडीएसएस और बिजनेस प्लान के तहत होने वाले काम को समय से पूरा कराने के निर्देश दिए। एक दिन पहले पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन ने यहां अफसरों के साथ बैठक की थी। इसमें उन्होंने शाहजहांपुर और बदायूं के बिसौली में योजनाओं की खराब प्रगति पर अफसरों को चेतावनी दी थी।