बरेली, संवादपत्र । फतेहगंज पश्चिमी के गांव मीरापुर में टिंकू ने सीने में गोली मारकर जान दे दी थी। मामले में गांव के ही पिता-पुत्र के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पीड़ित परिवार ने बयान दर्ज कराते हुए उन्हें निर्दोष बताया। ऐसे में अब मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाई जाएगी। पुलिस टिंकू के सीने से निकाली गई गोली और तमंचे को जांच के लिए भेजेगी।
मंगलवार रात मीरापुर गांव में टिंकू की गोली लगने से मौत हो गई थी। परिजनों ने गांव के ही मुन्नालाल और उसके बेटे गुड्डू के खिलाफ हत्या का आरोप लगाते हुए थाना फतेहगंज पश्चिमी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने रात में ही पिता-पुत्र को उनके घर से हिरासत में ले लिया था। दोनों आरोपी पुलिस को घर पर सोते हुए मिले थे। जब पुलिस ने हत्या से जुड़ी घटना की पर्तें खोलनी शुरू कीं तो मामला साफ होता चला गया।
पुलिस ने टिंकू की पत्नी लक्ष्मी और उसके परिजनों के रविवार को बयान दर्ज किए, जिसमें उन लोगों ने बताया कि वे लोग शुरू में समझ नहीं पाए। पड़ोसियों के चढ़ाने पर पिता-पुत्र के नाम लिए थे। 30 जुलाई को टिंकू रात में करीब 9:30 बजे घर आया था। उसने पत्नी के साथ खाना खाया। पत्नी छत पर बच्चों के पास सोने चली गई। जहां पर जेठ धर्मपाल व जेठानी राजवती पहले से सोई हुई थीं।
कुछ देर बाद धमाके की आवाज सुनाई दी। लक्ष्मी जब नीचे आईं तो गेट के पास टिंकू खून से लथपथ पड़ा था। एक हाथ में तमंचा था। उसने तुरंत तमंचे को बेड के नीचे फेंक दिया। परिजन उसे एक ऑटो से निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, लेकिन गोली लगे होने के कारण उसे जिला अस्पताल भेज दिया गया। जहां पर डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। गांव के पिता-पुत्र के साथ मुकदमेबाजी चल रही थी।
इसलिए दोनों का नाम लिखा दिया गया। अगले दिन तमंचे को खेत में मिट्टी से दबा दिया गया। पुलिस ने तमंचे को बरामद कर लिया है। पुलिस तमंचे में फंसे खोल और टिंकू के शरीर से मिली गोली जांच के लिए भेजेगी। जिससे साफ हो सके कि जो तमंचा बरामद हुआ है। उसी से गोली चलाई गई या किसी और से। पिता-पुत्र को पुलिस ने थाने से छोड़ दिया है। पुलिस मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाएगी।
पीड़ित परिवार ने बयान में दोनों को निर्दोष बताया है। ऐसे में पिता-पुत्र को छोड़ दिया गया है। मामले में अब फाइनल रिपोर्ट लगाई जाएगी।