बरेली, संवादपत्र । थाना शाही क्षेत्र के गांव गौसगंज में दो पक्षों में बवाल कराने का षडयंत्र करने वाले इश्तयाक अली अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वह झोलाछाप डॉक्टर भी है और उसने ही मुख्य आरोपी को अपने घर में शरण दी थी और अन्य आरोपियों के आत्मसमर्पण में मदद की थी।
गौसगंज में 16 जुलाई को ताजिए निकालने के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। इसके बाद 19 जुलाई को दोनों पक्षों में टकराव हुआ। जिसमें पूर्व प्रधान के बेटे तेजपाल की मौत हो गई थी। इस सांप्रदायिक बवाल के बाद अब तक करीब 43 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पुलिस ने रविवार को इश्त्याक अली अंसारी को फिरोजपुर भट्टे के पास से बुधवार की दोपहर गिरफ्तार कर लिया। इश्त्याक ने पुलिस पूछताछ में बताया कि 19 जुलाई को गांव गौसगंज में बख्तावर के घर मीटिंग में फईम, बाबू हसन, शोएब अली समेत काफी लोग शामिल हुए थे। उसने ही सोची समझी साजिश और षडयंत्र के तहत अन्य आरोपियों को बताया था कि दूसरे पक्ष के लोगों और पुलिस पार्टी पर जानलेवा हमला कर तोड़फोड़ करना है। बवाल होने के बाद से लगातार वह आरोपियों के संपर्क में था। साथ ही उनकी पूरी मदद कर रहा था। मुख्य आरोपी बख्तावर के बेटे आसिद और इसरफ उर्फ अशरफ समेत कई अन्य को अपने घर गांव मथुरापुर में शरण दी थी। उसने पूछताछ में यह भी बताया कि बख्तावर के बेटों को कोर्ट में आत्मसमर्पण कराने में भी मदद की थी। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
शाही के गौसगंज में बवाल करने वाले साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने बवाल के आरोपियों को भड़काकर पुलिस और दूसरे पक्ष पर हमला करने को कहा था।